भारत का नाम रौशन करने वाली एथलीट सुखजीत कौर

पंजाब के जिला बरनाला में पिता स. अवतार सिंह और माता परमजीत कौर की लाडली बेटी सुखजीत कौर एम.बी.ए. ने बताया कि खेलों के प्रति बचपन से ही उसमें उत्साह था कि बड़ी होकर एथलीट ही बनना है जिस के मद्देनज़र घंटों ग्राऊंड में दौड़ाक बनने की प्रबल इच्छा से हाई जम्प, लॉंग जम्प आदि का अभ्यास किया। खेलों के उस्ताद स. जसप्रीत सिंह मंडेर के दिशा-निर्देशों में पहले इंटर-डिस्ट्रिक्ट और चंडीगढ़ में करवाए गए मुकाबलों में रजत पदक और वर्ष 2018 में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मलेशिया के शहर पनांग में हुई खेलों में हाई जम्प में भी रजत पदक प्राप्त किया। इसी वर्ष ही इंडो-बंगलादेश के माध्यम से दिल्ली के नेहरू स्टेडियम में आयोजित खेलों में हाई जम्प में स्वर्ण पदक प्राप्त किया। दिल्ली की प्रसिद्ध खेल संस्था और यूथ को प्रमोट करने वाली ‘खेलो इंडिया’ 2019 के माध्यम से हाई जम्प में स्वर्ण और दौड़ में रजत पदक प्राप्त किया। इसलिए ज़िला संगरूर के सांसद भगवंत मान और बरनाला से विधायक गुरमीत सिंह हेयर सहित शहरवासियों की ओर से सम्मानित किया गया। गत वर्ष 2020 में जिला संगरूर में खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी के नेतृत्व में करवाई मैराथन में कैबिनेट मंत्री विजयइंद्र सिंगला के हाथ से रजत पदक प्राप्त करने के बाद प्रदेश स्तर पर खेलते हुए अनेक पदक जीते परन्तु मन में हमेशा कुछ बड़ा करने की इच्छा और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी बनने की चाहत के कारण अलग-अलग खेल फैडरेशनों के माध्यम से खेलों को जीवन का आधार बना कर अभ्यास जारी रखा। माता-पिता और भाई ने आगे बढ़ने की मदद ने हमेशा हौसला दिया। उन्होंने सरकारों की ओर से खिलाड़ियों को नज़रअंदाज़ करने संबंधी बातचीत करते हुए कहा कि खिलाड़ियों के लिए बढ़िया मैदान और अच्छे कोचों का प्रबंध न होना बड़ी कमी है और सरकारों का प्रतिभावान खिलाड़ियों की ओर कोई ध्यान न देना ही खेलों में घटिया प्रदर्शन का कारण है। यदि अच्छे कोचों से प्रशिक्षण देकर लड़कियों को लड़कों के समान अवसर प्रदान करके  उन्हें उत्साहित किया जाए। 

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