मक्की-बाजरा-चावल टूटे : उड़द-तुअर सहित दलहनों में तेज़ी

नई दिल्ली, 7 जुलाई (एजेंसी): गत सप्ताह यूपी मक्की की बिकवाली आने से 70/80 रुपए प्रति क्विंटल का मंदा आ गया, लेकिन नीचे वाले भाव पर फिर से स्टॉकिस्ट लिवाली में आ गये, जिससे शाम को बाजार मंदे के बाद ठहर गया। साठी बाजरा भी पुराने माल से 100 रुपए घटाकर यहां बिक गया, लेकिन उसके बाद ज्यादा माल स्टॉकिस्टों को नहीं मिला। उधर दलहनों में आयात पड़ता महंगा होने एवं डिब्बे में सकारात्मक रुख बनने से चना, उड़द, तुअर, मसूर में 75/100 रुपए का इजाफा हो गया। खाद्यान्नों में मिलाजुला रुख रहा।आलोच्य सप्ताह मक्की, बिहार की मंडियों में मुनाफावसूली बिकवाली आने से  70/80 रुपए घटकर 2000/2050 रुपए प्रति क्विंटल गुलाबबाग, खगड़िया, बेगुसराय, सेमापुर एवं दालकोला आदि मंडियों में रह गयी, लेकिन घटे भाव में लगभग 13 प्वाइंटों पर रैक लोडिंग वालों की लिवाली चलने से मंदे को विराम लग गया एवं शाम को तीन प्वाइंटों पर रैक लोडिंग के लिए माल नहीं मिल पाया, जिससे बाजार में मंदा रुक गया। इधर यूपी की मक्की दिल्ली में 2100/2120 रुपए से गिरकर 2025/2030 रुपए प्रति क्विंटल नीचे में आ गयी। मौलीबरवाला के लिए 2050/2075 रुपए का व्यापार हो गया। बढ़िया माल 2090 रुपए तक बिका, लेकिन इसमें भी शनिवार दोपहर बाद हरियाणा, पंजाब पहुंच में माल कम मिलने से अंदरूनी बाजार मजबूती लिये बंद हुआ।  उधर बारीक चावल स्टीम में निर्यातकों व घरेलू दोनों ही मांग ठप्प पड़ जाने से 300 रुपए की गिरावट पर 1121 स्टीम 8200/8300 रुपए एवं 1509 स्टीम 7700/7800 रुपए प्रति क्विंटल रह गये। इसी तरह सेला भी क्रमश: उक्त दोनों प्रजाति के 7500/7600 रुपए तथा 7150/7200 रुपए रह गये। दलहनों में देसी चना, डिब्बे में सकारात्मक रूख बनते ही 75/100 रुपए बढ़कर लॉरेंसरोड पर खड़ी मोटर में 4475 रुपए बिक गया। कुछ बढ़िया माल की मोटरें 4500 रुपए भी बिकने की खबर थी। इसकी वजह से इसकी दाल भी 100 रुपए बढ़कर उक्त अवधि के अंतराल 4900/5050 रुपए हो गयी।