श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए 1380 श्रद्धालु पहुंचे

बटाला, 8 दिसम्बर (काहलों) :  गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब गलियारा 9 नवम्बर को खुला था और आज एक महीने का समय बीत चुका है, परंतु गुरुद्वारा साहिब जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या अब तक 1700 से बढ़ नहीं सकी। अंदाजा लगाया जा रहा था कि शायद सप्ताह के अंत में शनिवार व रविवार को यह संख्या बढ़ जाया करेगी, परंतु चिंता का विषय यह है कि संख्या में इस रविवार बढ़ने की बजाए, पिछले रविवारों से कम हो रही। वर्णनीय है कि दोनों देशों मध्य एक दिन में पांच हजार श्रद्धालु जाने का समझौता हुआ था, परंतु आज तक भी यह संख्या पांच हजार के निकट भी नहीं पहुंच सकी थी। बहुत से श्रद्धालुओं का कहना है कि इसका मुख्य कारण रजिस्ट्रेशन भरने की पेचीदा प्रक्रिया है और उससे अधिक समस्या पहचान कार्ड के तौर पासपोर्ट का होना जरूरी है।
रजिस्ट्रेशन की कठिन प्रक्रिया से लोग दुखी
लोगों का कहना है कि जैसे-तैसे करके रजिस्ट्रेशन फार्म पूरा किया जाता है, परंतु उसके बाद पुलिस जांच ही नहीं आती और अगर पुलिस जांच आ जाती है तो चार दिन पहले ई.टी.ए. फार्म ही नहीं निकलता। उनका यह भी कहना है कि सरकार द्वारा ज़िला स्तरीय बनाए नोडल अधिकारियों के लैंडलाइन नंबरों को कोई उठाता नहीं नहीं और अगर कोई फोन पर बात भी करता है तो उसको ई.टी.ए. फार्म बारे जानकारी नहीं होती और उसके द्वारा यह भी कहा जाता है कि किसी किस्म की कोई अधिकारित जिम्मेदारी सरकार द्वारा उनको सौंपी नहीं गई। श्रद्धालुओं का यह भी कहना है कि कई बारी जब ई.टी.ए. फार्म नहीं आता तो उसकी जानकारी भी नोटल अधिकारियों के पास नहीं है।  श्रद्धालुओं की सरकार को अपील है कि अगर ई.टी.ए. फार्म नहीं भेजा जाता तो उसके नहीं भेजने संबंधी जानकारी जरूर दी जानी चाहिए। श्रद्धालुओं का यह भी कहना है कि बड़े अफसोस की बात है कि सरकार द्वारा ही यह रास्ता खोला गया है और इस धार्मिक अति संवेदनशील मुद्दे पर सरकार चुप क्यों है।