विधायक बलराज कुंडू ने बनाया नया राजनीतिक दल

हरियाणा में विधानसभा चुनाव से पहले जनसेवक पार्टी के नाम से एक नए राजनीतिक दल का गठन हो गया है। नई पार्टी के गठन के मौके पर चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने कहा कि वह जनसेवक पार्टी को कांग्रेस और भाजपा के विकल्प के तौर पर लोगों के सामने पेश करेंगे। उन्होंने बताया कि राज्य में पार्टी का जनाधार दिखाने के मकसद से नवंबर महीने में जींद में एक बड़ी रैली आयोजित की जाएगी। बलराज कुंडू ने कहा कि नई पार्टी का गठन प्रदेश के लोगों के साथ व्यापक विचार-विमर्श के बाद किया गया है। उन्होंने कहा कि नई पार्टी के गठन का म़कसद भ्रष्टाचार और लूट की राजनीति को खत्म करना है। कुंडू ने कहा कि गठबंधन सरकार के दौरान हरियाणा में बेरोजगारी की दर 8.8 प्रतिशत है जो देशभर में सबसे ज्यादा है। उन्होंने यह भी कहा कि नशे के मामले में हरियाणा आज पंजाब की राह पर आगे बढ़ रहा है। कुंडू ने विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं पर आपस में मिलीभगत का आरोप लगाते हुए कहा कि जींद की रैली में इसका खुलासा किया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जनसेवक पार्टी आने वाले चुनावों में भाजपा, कांग्रेस, जजपा और इनेलो के साथ किसी तरह का कोई चुनावी गठबंधन नहीं करेगी और साफ-सुथरी छवि वाले लोगों को ही चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। 
इनेलो करेगी कैथल में रैली
इनेलो की कैथल रैली में इंडिया गठबंधन से जुड़े विपक्ष के कई बड़े नेताओं के शामिल होने की उम्मीद की जा रही है। इनेलो की ओर से पूर्व उप-प्रधानमंत्री स्व. चौधरी देवीलाल की जयंती पर 25 सितम्बर को कैथल में एक रैली होने जा रही है। इस रैली में इनेलो ने देश के कई प्रमुख नेताओं को निमंत्रण भेजा है। उम्मीद की जा रही है कि इनेलो विपक्षी नेताओं को हरियाणा में एक मंच पर इकट्ठा करेगी। हर साल इनेलो स्व. उप-प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की जयंती पर 25 सितम्बर को विशाल रैली करती है। उम्मीद की जा रही है कि पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला की पार्टी इनेलो भी भाजपा के मुकाबले बने गठबंधन इंडिया में शामिल हो सकती है। 
ओम प्रकाश चौटाला 5 बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इनेलो के प्रधान महासचिव व ऐलनाबाद के विधायक अभय चौटाला ने बताया कि कैथल रैली में बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार के अलावा पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक, पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के भी आने की उम्मीद है। उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिमी बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी कैथल रैली में अपनी पार्टी की तरफ से किसी प्रतिनिधि को भेजेंगी। इसके अलावा राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार और शिव सेना के मुखिया उद्धव ठाकरे से भी रैली में शामिल होने के लिए बातचीत की जा रही है। उन्होंने कहा कि 25 सितम्बर की रैली के बाद वह अपनी पद यात्रा को फिर से शुरू करेंगे। उन्होंने बताया कि अब तक वह राज्य के करीब 2000 गांवों का दौरा कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता में रहते हुए चौधरी देवीलाल की तरफ से बुजुर्ग सम्मान पैंशन शुरू की गई थी और युवाओं को खेल कोटे से नौकरियां देने, गरीब की बेटी की शादी में आर्थिक मदद देने, फसलों को हुए नुकसान का मुआवजा देने व किसानों के कर्जे माफी की शुरुआत भी उनकी पार्टी की ओर से की गई थी। उन्होंने कहा कि इनेलो के दोबारा सत्ता में आने पर इन सभी योजनाओं को आगे बढ़ाया जाएगा।
 संदीप सिंह की परेशानियां बढ़ीं
हरियाणा के प्रिंटिंग व स्टेशनरी राज्य मंत्री संदीप सिंह के खिलाफ चंडीगढ़ पुलिस ने अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है। इस मामले में अब स्थानीय कोर्ट में अगली सुनवाई होगी। पुलिस ने अपनी चार्जशीट में कहा कि चैट के स्क्रीन शॉट को लेकर संदीप सिंह झूठ बोले।
 इससे ऐसा प्रतीत होता है कि जांच के दौरान वह ईमानदार नहीं थे। पुलिस की चार्जशीट में यह भी खुलासा किया गया है कि जूनियर महिला कोच के राज्य मंत्री के चंगुल से छूट कर भागते समय उसका सिर टेबल से टकरा गया था और उसे चोट लगी थी। जांच के दौरान राज्य मंत्री ने पुलिस को बताया था कि आरोपी महिला कोच उसके ऑफिस तक आई थी जबकि महिला कोच ने मंत्री की सरकारी कोठी की बाकी जगहों की भी पहचान की थी और महिला कोच मंत्री की कोठी में 15 मिनट नहीं बल्कि 1 घंटे से भी ज्यादा देर तक रुकी थी। चार्जशीट के अनुसार पीड़ित महिला कोच सीआरपीसी की धारा-164 के तहत न्यायिक मैजिस्ट्रेट को दिए अपने ब्यानों पर कायम रही और कई गवाहों ने भी महिला कोच के ब्यानों की पुष्टि की थी। फॉरेंसिक लैब से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार कुछ चैट, वॉयस और कॉल रिकार्डिंग सामने आई हैं, जिनसे पता चला है कि पीड़िता ने कुछ अन्य लोगों को भी घटना की जानकारी दी थी। 
विशेष बात यह है कि राज्यमंत्री के ब्यान चार्जशीट में मौजूद तथ्यों से मेल नहीं खाते हैं। हरियाणा के खेल निदेशक रहे एक अधिकारी के मुताबिक राज्य मंत्री पीड़ित महिला कोच में खास रुचि दिखा रहे थे। महिला कोच ने उनसे मंत्री की तीन बार शिकायत की थी। जांच के दौरान यह भी सामने आया कि किसी खास प्रभाव के कारण महिला की नियुक्ति में देरी की गई और उसका तबादला पंचकूला से झज्जर कर दिया गया था। जांच के दौरान राज्य मंत्री पुलिस को यह भी नहीं बता पाए कि उन्होंने पीड़िता को मिलने के लिए ऑफिस टाइम की बजाय देर शाम क्यों बुलाया था। राज्य मंत्री के खिलाफ दायर की गई चार्जशीट से संदीप सिंह की परेशानियां निरंतर बढ़ती जा रही हैं। चार्जशीट दायर होने के बाद राज्यमंत्री अग्रिम जमानत के लिए अब अदालत पहुंच गए हैं। 
बीरेन्द्र सिंह की रैली
पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेन्द्र सिंह 2 अक्तूबर को जींद में ‘मेरी आवाज सुनो’ रैली करेंगे। बीरेन्द्र सिंह ने कहा कि वह आने वाले चुनाव में 30 उम्मीदवार मैदान में उतारेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि ये 30 उम्मीदवार आज़ाद लड़ेंगे या फिर किसी पार्टी की टिकट पर मैदान में उतरेंगे, यह जींद रैली के बाद तय किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इतना तय है कि देश की मूल समस्याओं का स्थायी समाधान देने के म़कसद से ही ये 30 उम्मीदवार मैदान में उतारे जाएंगे। चौधरी बीरेंद्र सिंह इस समय भाजपा में हैं और उनके बेटे बृजेन्द्र सिंह हिसार लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के सांसद हैं। उनके बेटे बृजेंद्र सिंह आईएएस की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए थे। बीरेन्द्र सिंह की पत्नी प्रेमलता भी भाजपा की विधायक रह चुकी हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में जजपा नेता और उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के मुकाबले प्रेमलता उचाना में चुनाव हार गई थीं। बीरेंद्र सिंह और उनके सांसद बेटे बृजेन्द्र सिंह खुलकर यह कह रहे हैं कि अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा को जजपा के साथ कोई गठबंधन नहीं रखना चाहिए। पिछले दिनों राजग की बैठक में जजपा शामिल हुई थी। इसी के चलते भाजपा और जजपा के बीच गठबंधन की संभावनाएं लगने लगी हैं। बीरेन्द्र सिंह भाजपा आलाकमान पर दबाव बनाने व अपनी ताकत का एहसास करवाने के लिए दो अक्तूबर को जींद में  रैली करने और 30 उम्मीदवार मैदान में उतारने का बार-बार ऐलान कर रहे हैं। 
 
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