चिंता बढ़ाता घटनाक्रम
लगभग पिछले एक माह से पंजाब में पुलिस थानों पर लगातार हो रहे हमले बड़ी चिंता की बात है। इनके बारे में कुछ संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ा भी गया है। और भी चिंता की बात यह है कि कई स्थानों पर हथियारों की खेप भी बरामद हुई है और कई जगहों से बम धमाकों के लिए प्रयुक्त की जाने वाली सामग्री भी मिली है। लगभग एक माह पहले 23 नवम्बर को अजनाला पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड फैंका गया था। उसके बाद 29 नवम्बर को और 17 दिसम्बर को भी अमृतसर ज़िले में अलग-अलग पुलिस थानों पर हमले किए गये थे। 4 दिसम्बर मजीठा पुलिस स्टेशन पर भी ऐसा हमला किया गया था और दिसम्बर में ही गुरदासपुर ज़िले में तीन स्थानों पर और नवांशहर ज़िले में एक पुलिस थाने पर ऐसे ग्रेनेड फैंके गये थे। अभी तक बचाव वाली बात यह है कि इन घटनाओं में कोई मौत होने की सूचना नहीं है लेकिन इन मामलों में कुछ गैंगस्टरों और अलगाववादी ताकतों के साथ जुड़े हुए व्यक्तियों ने अलग-अलग माध्यमों द्वारा इनकी ज़िम्मेदारी भी लेनी शुरू कर दी है। ऐसे घटनाक्रम होने के बाद केन्द्रीय जांच एजैंसियां भी पूरी तरह सक्रिय हो गई हैं और उन्होंने हो रहे इस पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू कर दी है। इसके साथ ही अब फिर कई पंजाबी गायकों को भी धमकियां मिलनी शुरू हो गई हैं। इस संबंधी पाकिस्तान की खुफिया एजैंसी और वहां बैठे आतंकी संगठनों का नाम भी लिया जा रहा है।
अब यह सूचना भी आई है कि उत्तर प्रदेश के पीलीभीत इलाके में खालिस्तान ज़िंदा फोर्स के तीन खाड़कुओं को पुलिस मुकाबले में मार दिया गया है। ये सभी गुरदासपुर ज़िले से संबंधित हैं और पुलिस द्वारा इनके नाम भी सार्वजनिक कर दिये गये हैं। यह भी दावा किया गया है कि यह कार्रवाई पंजाब तथा उत्तर प्रदेश की पुलिस ने मिल कर की है। सूचनाएं मिलने के बाद पंजाब पुलिस ने उत्तर प्रदेश के अधिकारियों से बातचीत की और दोनों प्रदेशों के बलों ने यह कार्रवाई की है। इस संबंध में अभी विस्तार आना शेष है, जिस पर गहनता से पूरी जांच की जानी बनती है ताकि इस कार्रवाई के बारे में पूरी स्थिति स्पष्ट हो सके। नि:संदेह लगातार हो रहे ऐसे हमले सरकार तथा सुरक्षा बलों के लिए बड़ी चुनौती हैं, क्योंकि पंजाब पहले भी कई बार ऐसे दौर में से गुज़र चुका है, जिसमें प्रदेश का बड़ा नुकसान हुआ था। यदि अब ऐसा घटनाक्रम न रोका जा सका तो जहां आम जन में और भी सहम पैदा हो जाएगा, वहीं इसके जन-जीवन, यहां के उद्योग तथा व्यापार पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
प्रदेश में पहले ही लूट-पाट की वारदातें बढ़ती जा रही हैं। अनेक प्रकार के गैंगस्टरों के ग्रुप नित्यप्रति धमकियां देते हुए प्रदेश का माहौल खराब कर रहे हैं। पाकिस्तान की सरकार में भी राजनीतिक स्तर पर अभी तक बड़ी अनिश्चितता देखने को मिल रही है। आगामी समय में भी उसके संभलने की कोई सम्भावना दिखाई नहीं देती। चाहे पाकिस्तान इस समय स्वयं भी बड़ी चुनौतियों में घिरा हुआ है, परन्तु वहां की सेना का भारत के विरोध में अपना एजेंडा है, जिसे फिलहाल खत्म करने की उनकी नीयत नहीं है। ऐसी ही अनिश्चितता की स्थिति प्रदेश के विकास में बड़ी बाधाएं पैदा कर रही है, जिससे इसका भविष्य और भी धूमिल हुआ दिखाई देने लगा है।
—बरजिन्दर सिंह हमदर्द