5000 मीटर दौड़ में गुलवीर सिंह ने तोड़ा एशियन इंडोर रिकॉर्ड
एथलेटिक्स में अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत का रिकॉर्ड व प्रदर्शन खेल प्रेमियों की इच्छाओं के अनुरूप नहीं रहा है। लेकिन जब से जेवलिन में नीरज चोपड़ा ने नये कीर्तिमान स्थापित करने आरंभ किये हैं, तब से एथलेटिक्स में भी, भले ही धीरे-धीरे ही सही, स्थितियां आवश्यक रूप से बदल रही हैं और भविष्य बेहतर नज़र आने लगा है। अब धावक गुलवीर सिंह को ही लीजिये, जिन्होंने चीन में आयोजित एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीता था, उन्होंने 21 फरवरी, 2025 की रात को बोस्टन, अमरीका, में इतिहास रचा। हालांकि टेरियर डीएमआर चैलेंज इंडोर प्रतियोगिता की 5,000 मी. की दौड़ में गुलवीर सराहनीय चौथे स्थान पर रहे, लेकिन यह रेस 13 मिनट (12:59.77 सेकेंड्स) के भीतर पूरी करने वाले वह पहले भारतीय ही नहीं बल्कि एशियाई धावक बने। साथ ही इस 26 वर्षीय सैनिक ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप्स (जो 13 सितम्बर 2025 से टोक्यो में आयोजित होंगी) के लिए भी स्वत: ही क्वालीफाई कर लिया है क्योंकि 5,000मी में आटोमेटिक क्वालिफिकेशन मार्क 13:01.00 सेकेंड्स का है। गुलवीर ने अपने इस प्रयास से एशियन इंडोर रिकॉर्ड को भी ध्वस्त कर दिया है। बोस्टन यूनिवर्सिटी ट्रैक पर गुलवीर का शानदार प्रदर्शन थाईलैंड के किएरण तुन्तिवते के एशियन इंडोर रिकॉर्ड (13:08.41 सेकेंड्स) से बेहतर था, जोकि उन्होंने 2022 में स्थापित किया था।
बोस्टन में गुलवीर ने अपनी पूरी जान झोंक दी थी, लेकिन इसके बावजूद वह बहुत ही मामूली अंतर से तीसरा स्थान पाने से चूक गये, जोकि ऑस्ट्रेलिया के जैक रायनेर ने 12:59.43 सेकेंड्स का समय निकालकर हासिल किया, यानी वह मात्र 00:00.34 सेकेंड्स से कांस्य पदक हासिल न कर सके। अमरीका के ओलंपिक 1500मी. चैंपियन कोल होक्कर ने 12:57.82 सेकेंड्स समय के साथ स्वर्ण पदक प्राप्त किया, जबकि उनके ही देशवासी कूपर ने 12:57.97 सेकेंड्स में दौड़ पूरी करके रजत पदक पर कब्ज़ा किया। इन समयों की अगर तुलना की जाये तो गुलवीर और पदक विजेताओं में कोई खास अंतर नहीं है। इसका अर्थ यह है कि अगर गुलवीर थोड़ी सी और मेहनत करके अपने समय को सुधार लें, जिसकी उनमें भरपूर क्षमता है तो वह अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पोडियम फिनिश कर सकते हैं। टोक्यो की वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप्स में अभी समय है। इस अंतराल का गुलवीर अगर सदुपयोग कर लेते हैं तो यह संभव है कि टोक्यो में हम उन्हें पोडियम पर खड़ा हुआ देखें।
गुलवीर का कहना है, ‘बोस्टन में मेरा लक्ष्य 5,000मी में अपने सर्वश्रेष्ठ को बेहतर करना था। इसके लिए मैंने कॉलोराडो स्प्रिंग्स के अपने ट्रेनिंग सेंटर पर तैयारी की थी। मैं खुश हूं कि रेस के दौरान मैंने नया कीर्तिमान स्थापित किया। मेरे दिमाग में हरदम यह चलता रहता था कि मैं इस दौड़ को 13 मिनट से कम में पूरा करूं और मैं यह लक्ष्य सीजन की शुरुआती दौड़ों के दौरान ही हासिल करना चाहता था। मकसद पूरा करने पर वास्तव में बहुत अच्छा महसूस होता है।’ गुलवीर के रिकॉर्ड-तोड़ प्रदर्शन का यह भी अर्थ है कि उन्होंने अपना आउटडोर राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी तोड़ दिया है। पिछले साल उनका आउटडोर राष्ट्रीय रिकॉर्ड 13:11.82 सेकेंड्स था। पिछले साल जापान में गुलवीर ने 10,000मी आउटडोर में भी अपना राष्ट्रीय रिकॉर्ड (27:14.88 सेकेंड्स) तोड़ा था। इससे यह अंदाज़ा सहज ही लगाया जा सकता है कि गुलवीर अपने प्रदर्शनों में निरंतर सुधार लाते जा रहे हैं।
गुलवीर बताते हैं, ‘मैं कॉलोराडो स्प्रिंग्स में अपने ट्रेनिंग बेस पर इस संतोष के साथ लौट रहा हूं कि मैंने वर्ल्ड एथलेटिक्स के लिए स्वत: प्रवेश मानक को हासिल कर लिया है। अब मैं छोटी सी ब्रेक लूंगा और फिर अपनी अगली दौड़ के लिए तैयारी करूंगा, जोकि अमरीका में 29 मार्च, 2025 को होगी।’ गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही गुलवीर ने बोस्टन यूनिवर्सिटी ट्रैक पर ही आयोजित डेविड हेमरी वैलेंटाइन इनविटेशन प्रतियोगिता की 3000मी इंडोर दौड़ में अपना व राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा था। इसमें उनका समय था 7:38.26 सेकेंड्स। गुलवीर ने 2024 का अंत सबसे अच्छे संभावित नोट पर किया था कि जापान में हचिओजी डिस्टेंस एथलेटिक्स प्रतियोगिता की पुरुष 10,000मी दौड़ में उन्होंने नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड स्थापित किया था। अपने इस निरंतर बेहतर होते प्रदर्शन का श्रेय वह एएफआई (एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया) के कोच स्कॉट सिम्मंस और आर्मी कोच यूनिस खान को देते हैं। वह कहते हैं, ‘अधिकतर श्रेय कोच सिम्मंस को जाना चाहिए कि उन्होंने मेरे कार्यक्रम की योजना बनाने में मदद की और प्रैक्टिस सेशन के दौरान स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए। कोच यूनिस ने सुनिश्चित किया कि मैं सही से ट्रेनिंग करूं। सिम्मंस, जो स्वयं अमरीका से हैं, ने मुझ पर बहुत काम किया है कि मेरी मानसिकता विजेताओं वाली हो और उन्होंने मेरी ट्रेनिंग के तरीके में भी बदलाव किया है, जिसका मैं सख्ती से पालन करता हूं। इसका प्रभाव आपको मेरे निरंतर बेहतर होते प्रदर्शनों और तेज़ समय में दिखायी दे रहा होगा।’
एएफआई के अध्यक्ष बहादुर सिंह सागू का कहना है कि भविष्य के लिए यह अच्छी खबर है कि कॉलोराडो स्प्रिंग्स (अमरीका) में लम्बी दूरी के जो भारतीय धावक ट्रेनिंग कर रहे हैं, वह सीजन के शुरू में ही अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उनके अनुसार, ‘आगामी आउटडोर सीजन में हमें अच्छे नतीजों की उम्मीद है।’
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर