शानदार उपलब्धि

क्रिकेट एक ऐसा खेल है, जिसको दूसरी खेलों के मुकाबले भारत में कहीं अधिक प्रोत्साहन और समर्थन मिलता है। देश में ऐसे करोड़ों लोग हैं, जो इस खेल को जुनून की हद तक प्यार करते हैं। विशेषतौर पर भारतीय नौजवानों में क्रिकेट के प्रति विशेष आकर्षण पाया जाता है। सरकारों के साथ-साथ कार्पोरेट क्षेत्र द्वारा भी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को भी बढ़-चढ़ कर वित्तीय समर्थन दिया जाता है। इसी कारण जब भी भारतीय क्रिकेट टीम द्वारा देश या विदेश में कोई बड़ा क्रिकेट टूर्नामैंट जीता जाता है तो देश में जगह-जगह जश्न जैसा 
माहौल बन जाता है।
गत रविवार की शाम को भी भारत में ऐसे ही दृश्य देखे गए हैं। दुबई में आई.सी.सी. चैम्पियन्स ट्राफी का फाइनल मैच भारत और न्यूज़ीलैंड की टीमों के मध्य खेला जा रहा था। दुबई के क्रिकेट स्टेडियम में भारत और अन्य देशों से संबंधित हज़ारों ही क्रिकेट प्रेमी क्रिकेट का आनंद लेने के लिए पहुंचे हुए थे। इसके अलावा दुनिया भर में टी.वी. चैनलों और मोबाइलों द्वारा करोड़ों ही लोग यह मैच देख रहे थे। भारत में भी बड़ी संख्या में दर्शक टैलीविज़न चैनलों के सामने बैठकर मैच पूरी तत्परता से देख रहे थे। नि:संदेह भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए रविवार की यह शाम बेहद आनंदमयी रही, क्योंकि भारतीय क्रिकेट टीम ने यह मैच जीतकर उनकी खुशियों को सातवें आसमान पर पहुंचा दिया था। भारतीय स्पिनरों की शानदार गेंदबाज़ी और टीम के कप्तान रोहित शर्मा की शानदार बल्लेबाज़ी से भारत ने न्यूज़ीलैंड को चार विकेट से हराकर तीसरी बार चैम्पियन्स ट्राफी अपने नाम कर ली। न्यूज़ीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया था और उन्होंने भारतीय टीम के सामने 252 रन का लक्ष्य रखा। न्यूज़ीलैंड के खिलाड़ियों ने 251 रन बनाए थे। न्यूज़ीलैंड के खिलाड़ियों में से डेरिल मिचेल और माइकल ब्रेसवेल ने संयम से अपना खेल दिखाते हुए अर्धशतक बनाए, जिसने न्यूज़ीलैंड की टीम को मज़बूत स्थिति में पहुंचाया। बाद में बल्लेबाज़ी करते हुए भारतीय खिलाड़ियों ने भी अपनी शानदार बल्लेबाज़ी का प्रदर्शन किया, विशेषतौर पर टीम के कप्तान रोहित शर्मा का प्रदर्शन काफी बेहतर रहा। उन्होंने 83 गेंदों में 76 रन बनाकर भारतीय टीम की जीत का आधार तैयार कर दिया था। सलामी बल्लेबाज़ी शुभमन गिल ने 31 रन बनाए और पहली विकेट के लिए रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने साझेदारी करते हुए 105 रन का स्कोर खड़ा किया। आश्चर्य की बात यह रही कि वरिष्ठ खिलाड़ी विराट कोहली सिर्फ एक रन ही बना सके। श्रेयस अय्यर ने 48 तथा अक्षर पटेल ने 29 रनों का योगदान डाला। के. एल. राहुल ने नाबाद रहते हुए 34 रन बनाए। भारतीय क्रिकेट टीम की यह जीत इसलिए भी महत्व रखती है कि उसने आई.सी.सी. द्वारा करवाई जाती सीमित ओवरों की तीन प्रतियोगिताओं में से लगातार दो में जीत हासिल की है। ब्रिजटाउन (बारबाडोस) में 29 जून, 2024 को टी-20 विश्व कप तथा अब दुबई में 9 मार्च, 2025 को इसने चैम्पियन्स ट्राफी जीतने में सफलता प्राप्त की है। भारतीय क्रिकेट टीम विश्व की एकमात्र ऐसी टीम है, जिसने तीन बार यह ट्राफी हासिल की है। इससे पहले भारत ने 2002 तथा 2013 में यह ट्राफी प्राप्त की थी। फाइनल मुकाबले में भारतीय कप्तान की शानदार पारी की बदौलत उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया, जबकि ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामैंट’ का खिताब बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले न्यूज़ीलैंड के खिलाड़ी रचिन रविन्द्रा को दिया गया। 
चैम्पियन्स ट्राफी जीतने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम को देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू तथा प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भी बधाई दी गई है। प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा है, ‘एक असाधारण मुकाबला तथा एक असाधारण परिणाम। आई.सी.सी. चैम्पियन्स ट्राफी घर लाने के लिए हमें अपनी क्रिकेट टीम पर गर्व है।’ उन्होंने और कहा, ‘खिलाड़ियों ने पूरे टूर्नामैंट में शानदार प्रदर्शन किया है। हरफनमौला प्रदर्शन के लिए हमारी टीम को बधाई।’ उक्त शख्सियतों के अतिरिक्त देश के अन्य नेताओं तथा क्रिकेट प्रेमियों ने भी अपनी टीम को बधाई दी है। हम भी भारतीय क्रिकेट टीम की इस शानदार उपलब्धि की ज़ोरदार शब्दों में प्रशंसा करते हैं और आशा करते हैं कि भविष्य में उसकी कारगुज़ारी और भी बेहतर से बेहतर होती जाएगी। इसके साथ ही हम यह भी कहना चाहते हैं कि हॉकी तथा अन्य व्यक्तिगत खेलों की ओर भी केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकारों को पूरा ध्यान देना चाहिए। निम्न स्तर से ही अलग-अलग खेल विधाओं में खिलाड़ियों का चयन करके और अच्छा प्रशिक्षण एवं खुराक उपलब्ध करके, उन्हें आगे बढ़ाया जाना चाहिए। नि:संदेह खेलें जहां युवाओं में उत्साह एवं ऊर्जा पैदा करती हैं, वहीं खेलों से उनके अच्छे इंसान बनने तथा एक टीम के रूप में सहयोग करके जीवन की चुनौतियों का सामना करने की भावना भी पैदा होती है। युवाओं को नशों से दूर रखने में भी खेलें एक बड़ा योगदान डालती हैं। युवाओं के करियर के पक्ष से भी यह एक आकर्षक क्षेत्र होता है। वैसे भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ओलम्पिक तथा अन्य खेल मुकाबले किसी भी देश की बेहतर छवि बनाने में बड़ी भूमिका अदा करते हैं।   

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