पहले चुनाव कहां आयोजित हुए थे ?
‘दीदी, हमारे देश में लोकसभा के लिए हर पांच साल बाद चुनाव होते हैं।’
‘हां, अगर किसी वजह से मध्यावधि चुनाव न कराने पड़ें तो।’
‘जी, लेकिन मैं यह जानना चाहता हूं कि सबसे पहले चुनाव कहां आयोजित हुए थे?’
‘सबसे पहले तो यह जान लो कि चुनाव जिसे अंग्रेजी में ‘इलेक्शन’ कहते हैं, लैटिन शब्द से आया है, जिसका अर्थ है ‘चयन करना’। लोगों में यह भावना हज़ारों वर्षों से चली आ रही है कि उन्हें अपने नेता का चयन करने का अधिकार है। प्राचीन हिब्रू व यूनानियों ने इस हक के लिए संघर्ष किया। इज़रायल के प्राचीन राजा, लोगों द्वारा चुने जाते थे और इसी तरह प्राचीन यूनान की सेना के जनरलों का भी चयन होता था।’
‘इसका मतलब यह हुआ कि चुनाव प्राचीन समय से ही हो रहे हैं।’
‘हां। वैसे आज़ादी से अपने नेताओं का चयन करने की आदत ब्रिटेन में एंग्लो-सैक्सन शासक लगभग 1,500 वर्ष पहले लेके आये। इस तरह वोट के ज़रिये स्थानीय अधिकारियों को चुनने का हक इंग्लिश सोच का हिस्सा बन गया और वहीं से यह अमरीका व अन्य जगहों में फैला। अमेरिकी क्रांति से पहले भी टाउन बैठकों व कोलोनियल सभाओं में वोटिंग होती थी।’
‘क्या इनमें सभी नागरिकों को मतदान का अधिकार था?’
‘चुनाव के मामले में हमेशा से ही सबसे बड़ी समस्या यह रही है कि वोटिंग का अधिकार किसे है। एक समय था जब केवल उन लोगों को मतदान का अधिकार था जिनके पास संपत्ति थी। इतिहास में मतदान के संदर्भ में अजीबो-गरीब पाबंदियां रही हैं, जैसे व्यक्ति के चूल्हे का साइज़।’
‘महिलाओं को वोटिंग का अधिकार कब मिला?’
‘महिलाओं को मतदान का हक बहुत लम्बे संघर्ष के बाद मिला है और कुछ देशों में तो यह पहले विश्व युद्ध के बाद ही मिल सका। कुवैत में तो महिलाओं को यह अधिकार 17 मई 2005 को ही मिला। अब भी जिन देशों में राजशाही है, उनमें महिला क्या पुरुष को भी मतदान का अधिकार नहीं है या बहुत सीमित है। महिलाओं को वोट का हक दिलाने के लिए समाजसेवियों को अपनी जान खतरे में डालकर संघर्ष करना पड़ा है।’
‘क्या अब भी कहीं किसी वर्ग को वोटिंग से रोका जाता है?’
‘वोटिंग पाबंदियां समय-समय पर अब भी बदली जा रही हैं। हाल ही में मतदान की न्यूनतम आयु को 21 से 18 किया गया। ज़रुरत के हिसाब से नई श्रेणियों को मतदान में शामिल किया जा रहा है।’ -इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर