बहुउपयोगी फल है खरबूजा
ग्रीष्म ऋतु में इन दिनों बहुतायत से बाजार में खरबूजे की बहार है। खरबूजा देखने में आकर्षक तो है ही, इसकी सुगंध भी आपको तर कर देती है। खरबूजे में पानी की भरपूर मात्रा होती है, वहीं इसमें कई गुण भी है। खरबूजे की मिठास तो बेहद मनमोहक व स्वादिष्ट होती है यही खरबूजे में एंटी ऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में पाई जाती है।
खरबूजे का सेवन शरीर को शीतलता प्रदान करता है वहीं शारीरिक जलन को भी दूर करता है। किडनी को स्वस्थ रखने में खरबूजा महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अत: प्रतिदिन खरबूजा खाएं। खरबूजे में विटामिन सी की मात्रा प्रचुर होती है। खरबूजे में बीटाकैरोटिन, पोटाशियम फोलिक एसिड व विटामिन ‘ए’ भी पाया जाता है। खरबूजा खाने से कैंसर व विशेष रुप से ‘लंगकैंसर का बचाव होता है। कभी-कभी पसीने के कारण पानी की कमी से लो बल्ड प्रेशर महसूस करते हैं ऐसे में खरबूजा खाने से निजात मिल जाती है।
गर्मी के दिनों में उल्टी व अपच जैसी समस्या से प्राय: लोग त्रस्त हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में खाली पेट खरबूजा प्रात:काल में सेवन करे शीघ्र राहत मिलेगी व पानी की कमी दूर होगी। आज ज्यादातर जनजीवन बीपी से परेशान रहते हैं उन्हें प्रतिदिन एक खरबूजा रोज खाना चाहिए चूंकि खरबूजे में मौजूद पोटेशियम शरीर से सोडियम बाहर निकाल कर बीपी कंट्रोल करने में सहायक होता है।
रात में अच्छी नींद लेने के लिए सोने से आधा घंटा पूर्व इच्छानुसार खरबूजे की तीन-चार फांके अवश्य खायें, पानी न पीये। खरबूजा खाने से वजन भी कम होता है। खरबूजे में भरपूर फाईबर पाया जाता है इसलिए खाना कम व खरबूजा खाने से पेट भरा-भरा रहेगा। खरबूजे में रोग प्रतिरोधक क्षमता होती है। इसमें बिटा कैरोटिन हमारे हार्ट को भी स्वस्थ रखता है व खून में फैट्स बढ़ने से रोकता है।
पेट में जलन व कब्ज़ के रोगी कम से कम 300 ग्राम खरबूजे का सेवन खाली पेट करें, लाभ होगा, पैर के तलवों में जलन से बचने के लिए खरबूजे के गूदे से बीज निकालकर तलवों में मले ठंडक का एहसास होगा। खरबूजे की गूदा से बीज अलग कर धोकर सुखा ले व छीलकर उसे पीसकर दूध में मिलाकर पीने से शारीरिक कमजोरी दूर होती है। कुल मिलाकर खरबूजे की तासीर शीतल होती है व गर्मी के मौसम में शारीरिक गर्मी कम करने के लिए व अनेक रोगों से छुटकारा पाने के लिए सभी परिवार के सदस्य खरबूजा अवश्य खायें व फिट रहें।