बिजली सुविधाओं की सूची में  11वें स्थान पर आया पावरकॉम

जालन्धर, 7 जुलाई (शिव शर्मा): बिजली सुविधाएं देने में अब तक पंजाब व हरियाणा बी प्लस स्तर में शामिल रही हैं परंतु केन्द्र की ताज़ा स्तर सूची में पंजाब व हरियाणा में बिजली सुविधाएं देने के स्तर में सुधार हुआ है। बिजली कम्पनियां यूएचबीवीएन व डीएचबीवीएन हरियाणा के 10वें व तीसरे स्थान पर हैं जबकि पंजाब में पावरकॉम पंजाब के केन्द्रीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा जारी की गई राज्य की बिजली वितरण कम्पनियों के लिए छठे स्थापित दर्जे पर 11वें स्थान पर है। पावरकॉम पिछले वर्ष के 13वें स्थान पर थी जबकि इसने अभी वी.ए.+ स्तर प्राप्त नहीं किया है जो इसके लगातार दो वर्षों के लिए है। हरियाणा के मामले में 22वीं स्थिति (बी से बी+स्तर) है जबकि पहले इसका सी स्तर था। दक्षिणी हरियाणा बिजली वितरण लिमिटेड व उत्तरी हरियाणा बिजली वितरण निगम लिमिटेड को देशभर के ज्यादातर राज्यों की बिजली की उपभोक्ता सूची में 22वीं व 24वीं श्रेणी के बी श्रेणी में रखा गया है। पिछले साल उनकी संख्या सीएचसी में 28वीं व 31वीं थी। पावरकॉम के मामले में कृषि को मुफ्त बिजली के बदले सब्सिडी दी जाने वाली सब्सिडी के लिए मुख्य स्रोत राज्य की पूरी तरह से निर्भरता है परंतु सब्सिडी की राशि मिलने में विलम्ब व कर्मचारियों के कई खर्चों के कारण पावरकॉम के ए.टी. एंड सी के ज्यादा नुक्सान सामने आए थे। हरियाणा में यूएचबीवीएन व डीएचबीवीएन के मामले में यूएबीएन के लिए 32 फीसदी व डीएचबीवीएन के लिए 29.09 फीसदी, कम बिलिंग क्षमता, हाई पावर की खरीद की कीमत रुपए पर है। 4.76 रुपए प्रति यूनिट व उच्च कर्मचारी लागत सब्सिडी की समय पर अदायगी होने के कारण व कज़र् के स्तर में कमी आई है। लगातार छठे वर्ष के लिए गुजरात की चार कम्पनियां उत्तराखंड पावर कार्पोरेशन के साथ वार्षिक स्तर से सबसे ऊपर हैं। इस समय उत्तर प्रदेश की पांच बिजली वितरण कम्पनियों में से चार को रिपोर्ट के अनुसार निचले स्तर से नहीं छोड़ा गया। राजस्थान के सभी तीन डिस्काम उच्चस्तरीय खरीद खर्च व कम बिलिंग को एकत्रित करने की क्षमता बी स्तर में हैं। सभी राज्यों के बिजली की सुविधाओं में से ए+स्तर के साथ पंजाब सुविधाएं हैं। दो स्तरीय 13 के साथ बी+स्तर, 11 व बी स्तर के साथ, 2 सी+स्तर के साथ व 8 स्तर के साथ शामिल हैं।