ग्लोबल कलेक्शन में भारतीय फिल्मों का त़ूफान...!
पिछला एक पखवाड़ा तूफानी सुर्खियों वाला रहा है। पहले 23 अगस्त 2023 को चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक सॉफ्ट लैंडिंग और फिर 9-10 सितम्बर 2023 को नई दिल्ली में सम्पन्न जी-20 शिखर सम्मेलन। इन ऐतिहासिक सुर्खियों की आंधी में भले इस पखवाड़े बॉलीवुड की ‘गदर-2’ और ‘जवान’ की ग्लोबल बाज़ार में ब्लॉकबस्टर सफलता को सुर्खियां न मिली हों। लेकिन यह वाकई में ऐतिहासिक था। जी हां, भारतीय फिल्मों के करीब 125 सालों के इतिहास में अब के पहले कोई ऐसा एक महीना नहीं गुजरा जब बॉलीवुड ने 800 करोड़ रुपये की कमाई की हो, जैसा कि उसने अगस्त 2023 में किया। कोरोना महामारी के चलते एक समय ऐसा लग रहा था कि अब थियेटर युग इतिहास का हिस्सा बन जाएगा, जानकार भी कह रहे थे कि फिल्मों का तो अब ओटीटी भविष्य ही बचा है। लेकिन अगस्त 2023 ने लॉकडाउन के बाद के पिछले दो सालों को भूल जाने वाले इतिहास में समेट दिया है।
इस एक महीने में न सिर्फ बॉलीवुड ने अपने इतिहास की सबसे बड़ी कमाई की है बल्कि उसके चार-चार सुपरस्टार जो लग रहा था, अब इतिहास हो चुके हैं, धूल झाड़ पोंछकर न सिर्फ फिर से खड़े हो गये हैं बल्कि अपनी चमक से चौंधिया रहे हैं। लगभग सन्यास की मुद्रा में पहुंच गये सनी देयोल ने 500 करोड़ रुपये से ऊपर की कमाई ‘गदर-2’ से करके अपनी वापसी का डंका बजा दिया है, तो पिछले दो सालों से सफलता के लिए जूझते अक्षय कुमार फिर से ‘ओ माई गॉड-2’ के जरिये सफलता का स्वाद चख लिया है। जहां सनी देयोल की ‘गदर-2’, ‘बाहुबली-2’ के बाद एक हजार स्क्रीन्स में रिलीज़ होकर ताबड़तोड़ कमाई का इतिहास रचा, वहीं महज 18 दिनों में 137 करोड़ रुपये कमाई करके अक्षय कुमार ने भी अपने सुनहरे दिन लौट आने घोषणा कर दी। यहां तक कि आयुष्मान खुराना की ‘ड्रीम गर्ल-2’ ने भी पहले हफ्ते में ही 60 करोड़ रुपये से ज्यादा कलेक्शन कर लिया। यहां जानबूझकर हम जवान की कमाई को बाद में बता रहे हैं, क्योंकि इसने तो एक नया इतिहास ही रच दिया। महज 6 दिनों में किंग खान की जवान ने 600 करोड़ रुपये की कमाई कर डाली, ऐसा अब तक के बॉलीवुड इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ।
भले आमिर खान की ‘दंगल’ ने 2000 करोड़ रूपये से ज्यादा की ओवर आल कमाई की थी, लेकिन महज 6 दिनों में आज तक बॉलीवुड की कोई भी फिल्म 600 करोड़ रूपये की कमाई नहीं कर सकी और वह भी तब, जब साथ में गदर-2 ने भी अपनी कमाई का गदर मचा रखा हो। इससे साफ लग रहा है कि दो ढाई सालों तक थियेटर से दूर रहे और अपने मोबाइल और लैपटॉप की स्क्रीन तक सीमित रहे दर्शकों ने बगावत कर दी है। अब वह किसी भी कीमत पर फिल्म को थियेटर में ही इंज्वॉय करना चाह रहे हैं। यह बॉलीवुड के लिए इसलिए भी ऐतिहासिक है; क्योंकि कोई एक फिल्म या कोई एक हीरो कमाई व सफलता की सारी खिड़कियां नहीं तोड़ रहा बल्कि एक साथ कई-कई हीरोज को जबरदस्त सफलता मिल रही है। इसका साफ मतलब यह है कि 2 लाख करोड़ रूपये से ज्यादा की हैसियत वाला भारतीय फिल्म उद्योग और 30 हजार करोड़ रूपये से ज्यादा की वार्षिक गतिविधि वाला यह उद्योग एक बार नये सिरे से करवट ले रहा है, जो निश्चित रूप से सिर्फ मनोरंजन की दुनिया में बहार आने की घोषणा नहीं है, साफ तौर पर यह अर्थव्यवस्था के बसंतकाल की सूचना है। गौरतलब है कि अगर फिल्म इंडस्ट्री में अच्छे दिन आते हैं तो 10 लाख से ज्यादा लोगों को अप्रत्यक्ष तौर पर रोज़गार मिल जाता है। करीब 20 लाख लोगों की क्रयशक्ति में इजाफा हो जाता है, जिसके फायदे बाज़ार में घूमते हुए बहुत से लोगों तक पहुंचते हैं। इसलिए अगर एक साथ बॉलीवुड की कई फिल्में शानदार कलेक्शन कर रही हैं तो यह भारतीय फिल्म उद्योग और अर्थव्यवस्था दोनों के लिए ही अच्छा है।
बॉलीवुड की कमाई के इस उभार का श्रेय किसी एक हीरो, किसी एक हीरोइन, किसी खास प्रोडक्शन ग्रुप नहीं दिया जा सकता है बल्कि एक साथ इस शानदार सफलता के बहुत सारे हकदार हैं और सबसे बड़ी बात तो यह है कि जहां एक तरफ भारत के अंदर और बाहर बॉलीवुड धुआंधार कमाई कर रहा है, वहीं तमिल फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार रजनीकांत ने भी अपनी फिल्म ‘जेलर’ के जरिये भारत से लेकर इंग्लैंड, अमरीका, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड तक तहलका मचा दिया है।
रजनीकांत की जेलर ने भी कमाई और लोकप्रियता के झंडे गाड़ दिये हैं। जवान के बाद यह दूसरी वह फिल्म है, जिसने ओवर आल मार्किट में एक हफ्ते के अंदर ही करीब 100 करोड़ रुपये की कमाई की है। जहां शाहरूख खान की जवान ने यूके में पहले हफ्ते में ही करीब 14 करोड़ की कमाई की थी, वहीं जेलर ने भी इंग्लैंड और अमरीका में मिलकर पहले सप्ताह में 28 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की थी। सिर्फ इन्हीं कुछ फिल्मों ने नहीं बल्कि अगस्त के पहले रिलीज़ हुईं रणबीर सिंह और आलिया भट्ट की ‘रॉकी और रानी की प्रेम कहानी’ और रणवीर कपूर तथा श्रद्धा कपूर की ‘तू झूठी, मैं मक्कार’ ने 215 करोड़ रुपये का बिजनेस किया था और ‘पठान’ की कमाई तो एक हजार करोड़ को पार कर गई थी।
कहने का मतलब यह है कि सिर्फ अगस्त या सितम्बर महीने में ही अचानक फिल्मों की कमाई का चमत्कारिक तूफान नहीं आया, हकीकत तो यह है कि पिछले छह महीने से भी पहले से भारत का फिल्म उद्योग हीरे की माफिक चमक रहा है। ‘द केरला स्टोरी’, ‘जरा हटके, जरा बचके’, ‘मिसेज चटर्जी वर्सेज नार्वे’ और ‘1920’ जैसी बॉलीवुड की सभी फिल्में तथा देश के दूसरे फिल्म उद्योगों की फिल्में जो 2023 में रिलीज़ हुई हैं, उनका आनुपातिक बिजनेस अब तक के किसी भी साल के मुकाबले कहीं ज्यादा है। इसलिए भले 1950 से 60 के दशका को भारतीय सिनेमा का स्वर्णयुग कहा जाता रहा हो, जब ‘मुगल-ए-आजम’, ‘मदर इंडिया’, ‘आवारा’, ‘प्यासा’, ‘दो आंखें बारह हाथ’, ‘कागज के फूल’ और ‘दो बीघा जमीन’ जैसी कालजयी फिल्में रिलीज़ हुई थीं, जिनमें नौशाद, शंकर जयकिशन और एसडी बर्मन का अमर संगीत था, ..तो लता, रफी, मुकेश, किशोर और आशा भोसले की जादुई आवाज़ थी।
लेकिन सिनेमा का वह स्वर्णयुग कमाई के मामले में मौजूदा स्वर्णिम अगस्त 2023 के सामने कुछ भी नहीं था। कंटेंट, म्यूजिक और अभिनय की दृष्टि से भले बार बार हमें उस स्वर्ण युग को याद करना पड़े, लेकिन जहां तक कमाई की बात है तो उस दशक और अब अगर यही रफ्तार बनी रही तो 21वीं शताब्दी के तीसरे दशक की कमाई के बीच जमीन और आसमान का फर्क रहेगा। हालांकि बॉलीवुड की अभी भी यह कमाई विश्व सिनेमा या हॉलीवुड के कमाई के सामने पासंग ही है। लेकिन जिस तरह से बॉलीवुड की फिल्मों ने अब अमरीका और यूरोप में घुसकर हॉलीवुड की फिल्मों को चुनौती दे रही हैं, वह कमाल का दृश्य है। पहले कभी सोचा भी नहीं गया था कि बॉलीवुड की जवान जैसी फिल्म ग्लोबल मार्किट में ‘ओपेनहीमर’ और ‘द नन-2’ जैसी हॉलीवुड फिल्मों को टक्कर देती दिखेगी। ऑस्ट्रेलिया और मिडलईस्ट के बाज़ार में तो अब भारतीय फिल्में हॉलीवुड पर भी भारी पड़ने लगी हैं। ...तो क्या मान लिया जाए कि भारतीय सिनेमा का स्वर्णयुग आ गया है? कम से कम कमाई के मामले में तो यह इसकी दहलीज पर खड़ा नज़र आ रहा है।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर