विदेशों में तेज़ी से खाद्य तेलों में उबाल : सोया डीओसी भी उछली

नई दिल्ली, 3 नवम्बर (एजैंसी) : गत सप्ताह अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में सीपीओ, सोया सहित सभी खाद्य तेलों में 20/25 डॉलर प्रति टन की तेजी आ जाने से घरेलू मंडियों में भी तेल व तिलहनों में तेजी का उबाल आ गया। उधर सरकार द्वारा सीपीओ एवं सीएसओ की टैरिफ दर 13 व 25 डॉलर प्रति टन बढ़ा दी, जिसके चलते और तेजी को हवा मिल गयी। आगे खपत को देखते हुए बाजार और बढ़ सकते हैं। उधर सोया डीओसी भी निर्यातकों की लिवाली से 1800 रुपए प्रति टन उछल गई। आलोच्य सप्ताह मलेशिया में सीपीओ 20 डॉलर उछलकर 590 डॉलर प्रति टन की ऊंचाई पर जा पहुंचा। शिकागो सोया तेल एवं केएलसीई सीपीओ वायदा भी लगातार बढ़ता चला गया। दूसरी ओर घरेलू तेल उद्योग को बचाने के लिए सरकार ने टैरिफ दर में वृद्धि कर दी। सीपओ पर टैरिफ 535 से बढ़ाकर 560 डॉलर एवं क्रूड सोया तेल पर टैरिफ 730 से बढ़ाकर 743 डॉलर प्रति टन कर दी गयी। इसके प्रभाव से यहां भी तेल सोया रिफाइंड 8150 रुपए से बढ़कर 8280 रुपए एवं बिनौला तेल 6270 रुपए प्रति क्विंटल हो गया। तिलहनों में सरसों 60 रुपए बढ़कर निवाई, टोंक, कोटा लाइन की जयपुर पहुंच में 4435/4440 रुपए 42 प्रतिशत कंडीशन वाली हो गयी। तेल सरसों भी 125 रुपए बढ़कर यहां 8700 रुपए हो गया।  सोयाबीन भी 100 रुपए बढ़कर एमपी, राजस्थान के प्लांटों में 3725/3750 रुपए पहुंच में बिक गया। कांदला में भी सीपीओ 4050 रुपए से उछलकर 4200 रुपए प्रति क्विंटल की ऊंचाई पर जा पहुंचा। हम देख सकते हैं कि उक्त अवधि के अंतराल घरेलू व विदेशी तेलों में तेजी का अंतर काफी अधिक रहा है। सीपीओ 150 रुपए बढ़ा है जबकि घरेलू तेल 50 रुपए ही तेज हुए हैं। इससे जाहिर होता है कि आगे बाजार खाद्य तेलों का यहां और बढ़ जाएगा। इधर सोया डीओसी भी घटे भावों में निर्यातकों की लिवाली से 1800 रुपए छलांग लगाकर कोटा लाइन में 34000 रुपए एवं दतिया, सुजालपुर लाइन में 32400/32500 रुपए प्रति टन पर जा पहुंची। इधर तेल वाली बिनौला खल यहां 100 रुपए बढ़कर 3050 रुपए एवं तेल वाली सरसों खल 50 रुपए बढ़कर 2300 रुपए प्रति क्विंटल हो गई। अखाद्य तेलों में अरंडी तेल, कच्चे माल का दबाव बढ़ने से 400 रुपए लुढ़ककर 9800/9900 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। दिवाली बाद पेंट उद्योग की मांग आधी रह गई।