जनसंख्या नियंत्रण हो सकता है सरकार का अगला लक्ष्य 

मोदी सरकार देशहित में कड़े कदम उठाने में जरा सा भी नहीं हिचकती। इसके कई उदाहरण हमारे सामने हैं। जो मुद्दे वर्षों से लटके हुए थे, मोदी सरकार ने कठोर कदम उठाते हुए सुलझा लिए। धारा 370, राम-मंदिर विवाद, तीन तलाक, नई शिक्षा नीति इसके ज्वलंत उदाहरण हैं। लोगों का मानना है कि मोदी सरकार का अगला लक्ष्य जनसंख्या नियंत्रण से जुड़ा हुआ हो सकता है । इसकी पहल भाजपा  के ही राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  को चिट्ठी लिखकर कर दी है। भारत में जनसंख्या विस्फोट एक गंभीर मुद्दा है जिसपर लगातार चर्चाएं होती रहती हैं लेकिन कोई भी सरकार इस पर कठोर निर्णय लेने से बचती ही आई है। अब मोदी सरकार से पूरी उम्मीद लगाई जा रही है कि वह जनसंख्या नियंत्रण बिल बहुत जल्द ले आएगी ।भारत विश्व का पहला देश है जिसने ‘परिवार नियोजन’ कार्यक्र म को अपनाया था। वर्ष 1949 में परिवार नियोजन कार्यक्र म का गठन हुआ और वर्ष 1952 में पहले परिवार नियोजन कार्यक्र म की शुरुआत हो गई थी। इसके बावजूद विश्व की सबसे बड़ी दूसरी आबादी भारत में निवास करती है। वह दिन दूर नहीं जब भारत जनसंख्या के मामले में चीन से भी आगे निकलकर दुनिया की सर्वाधिक आबादी वाला देश हो जाएगा। आज़ादी के समय वर्ष 1947 में भारत की कुल आबादी लगभग साढ़े 34 करोड़ के आसपास थी लेकिन 72 वर्ष के बाद अब लगभग 132 करोड़ हो गई है यानी जनसंख्या विस्फोट बड़े स्तर पर हुआ है और इसकी अलग-अलग वजहें हैं । वर्ष 2019 में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री मोदी ने जनसंख्या विस्फोट का मुद्दा उठाया था और अपील भी की थी देशवासियों से कि परिवार को छोटा रखें। छोटा परिवार रखना भी देशभक्ति है। तभी से माना जा रहा था कि मोदी सरकार के एजेंडें में जनसंख्या नियंत्रण का मुद्दा भी शामिल है। आज भारत में बेरोजगारी चरम पर है। बीमारियां और भुखमरी भी चरम पर हैं। इसकी एक वजह जनसंख्या भी है। आंकड़ों की बात करें तो रिपोर्ट्स बताती हैं कि 1 जनवरी 2020 को ही कुल 69 हज़ार बच्चों ने जन्म लिया जबकि चीन के आंकड़े देखे जाएं तो इस दिन महज 46 हज़ार बच्चों का जन्म हुआ।इंदिरा गांधी ने हिम्मत दिखाते हुए इस संबंधी साहस जुटाया था पर चारों ओर से ऐसा घिर गईं कि उनका ये अभियान एमरजेंसी के साथ डूब गया। जनसंख्या विस्फोट पर लगाम लगाना बेहद ज़रूरी है। तभी हर एक नागरिक को सुरक्षा और सुविधा मुहैया कराई जा सकती है। अपराध पर अंकुश लगाया जा सकता है और संस्कृति को धूमिल होने से बचाया जा सकता है । मोदी सरकार इस दिशा में काम करने का पूरा मूड बना चुकी है लेकिन इसमें समाज को भी जागरूक होना होगा।  (युवराज)