क्या सब्ज़ियों के भी परिवार होते हैं?

 

दीदी, फल व सब्ज़ी के दाम तो ऐसे आसमान छू रहे हैं कि मम्मी कह रही थीं कि मंडी में जो सब्ज़ी सबसे सस्ती मिलेगी वही खानी पड़ेगी, किसी की कोई च्वाइस नहीं चलेगी। फल व सब्ज़ी महंगी क्यों हो रही हैं?’
‘सही कारण तो सरकार या अर्थशास्त्री ही बता सकते हैं, लेकिन मुझे एक कारण यह लगता है कि ज्यादा बारिश दामों को प्रभावित कर रही है। वैसे क्या तुम्हें मालूम है कि फल किसे कहते हैं?’
‘परिभाषा तो मैं नहीं बता सकता, लेकिन सेब फल है और तुरई सब्ज़ी, यह मैं जानता हूं।’
‘फल आमतौर से पौधे के उस गूदेदार हिस्से को कहते हैं जो उसके फूल से विकसित हुआ हो और उसमें बीज हों। सब्ज़ी शाकस्वरूप पौधों को कहते हैं यानी वह पौधे जिनमें मुलायम तना होता है और लकड़ी या उसका टिश्यू होता ही नहीं या न के बराबर होता है।’
‘मैंने सुना है कि फल भी अनेक प्रकार के होते हैं।’
‘हां, फलों को तीन वर्गों में विभाजित किया जाता है। गूदेदार फल, जिनके गूदे में बीज होते हैं, जैसे संतरा, तरबूज, बेरी, सेब आदि। गुठली दार फल जैसे आम, आडू, चेरी आदि और तीसरे प्रकार के फल है ड्राई फ्रूट्स जैसे नट्स, बीन्स, पीज आदि।’
‘बीन्स व पीज भी फल होते हैं!’
‘और तुम्हें यह जानकर अधिक आश्चर्य होगा कि कुकुम्बर व मेरो (बड़े आकार की मटर) भी फल होते हैं। इसके अलावा, चूंकि खाने की आदतें संसार में भिन्न-भिन्न होती हैं, इसलिए पौधे का खाया जाने वाला समान हिस्सा एक स्थान पर फल हो सकता है और दूसरे स्थान पर सब्ज़ी।’
‘यह तो वनस्पति शास्त्रियों की परिभाषा से एकदम अलग बात हो गई।’
‘हां, लेकिन जिस तरह से पशु संसार में संबंधित प्राणियों के ‘परिवार’ होते हैं, उसी तरह से सब्ज़ियों के भी संबंध होते हैं। गोभी, शलगम, मूली और बंदगोभी सभी एक ही परिवार की सब्ज़ियां हैं।’
‘और?’
‘रसशाक या काहू, कासनी या चिकोरी और हाथीचोक या साग एक ही परिवार की सब्ज़ियां हैं। इसी तरह कद्दू परिवार में तुम्बा, लौकी, करेला, पेठा आदि आते हैं और पी परिवार में पीज़, सभी प्रकार की बीन्स, पीनट्स व सोया बीन्स आती हैं।’
‘शताबरी का किससे संबंध है?’
‘प्याज़, लहसुन आदि से। ..और दिलचस्प यह है कि आलू, बैंगन पेप्पर व तम्बाकू नाईटशेड परिवार से हैं।’
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर