शतरंज के वंडर गर्ल और वंडर ब्वॉय हैं शर्वानिका व अनीष
भारत यूं ही शतरंज का सुपर पॉवर नहीं है कि मात्र 18 वर्ष की आयु में डी. गुकेश विश्व क्लासिकल चेस चैंपियन बनने की दहलीज़ पर खड़े हैं। वह आगामी 23 नवम्बर से सिंगापुर में वर्तमान विश्व चैंपियन चीन के डिंग लिरेन को खिताब के लिए चुनौती देंगे और प्रबल संभावना है कि जीत दर्ज करेंगे। भारत के चेस में सुपर पॉवर बनने की वजह यह है कि जब अधिकतर बच्चे कार्टून देखने या खिलौनों से खेलने में व्यस्त रहते हैं, उस समय कोलकाता के अनीष सरकार जो अभी चार साल के भी नहीं हुए हैं और चेन्नै की शर्वानिका जो मात्र 9 साल की हैं, दिन में 7 से 8 घंटों तक शतरंज की गहन प्रैक्टिस करते हैं और विश्व में नये कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं। अनीष सरकार विश्व में सबसे कम आयु के रेटिड खिलाड़ी बने हैं और शर्वानिका ने इतनी कम आयु में 2000 एलो रेटिंग पॉइंट्स अर्जित किये हैं। इन बच्चों को देखकर लगता है कि भारत का शतरंज भविष्य सुरक्षित हाथों में है। वैसे अभी तो गुकेश, प्रज्ञानंद, अर्जुन एरिगैसी आदि, जिन्होंने शतरंज ओलम्पियाड का भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया है, भी 18 से 22 साल के आयु वर्ग में ही हैं।
तीन साल आठ माह और 19 दिन की भी कोई उम्र होती है, लेकिन इस आयु में कोलकाता के अनीष सरकार शतरंज के इतिहास में सबसे युवा रेटिड खिलाड़ी बन गये हैं। भारत के गणतंत्र दिवस यानी 26 जनवरी, 2021 को जन्मे सरकार ने प्रतिस्पर्धात्मक शतरंज में इस साल अक्तूबर में खेलना शुरू किया जब उन्होंने वेस्ट बंगाल स्टेट अंडर-9 ओपन में हिस्सा लिया। इसमें दो रेटिड खिलाड़ियों को हराकर उन्होंने 8 में से 5.5 पॉइंट्स अर्जित किये और 24वां स्थान प्राप्त किया। इसी प्रतियोगिता के साथ ही खेले गये प्रदर्शनी मैच में उन्हें भारत के नंबर 1 और विश्व के नंबर 4 खिलाड़ी ग्रैंडमास्टर अर्जुन एरिगैसी के विरुद्ध खेलने का अवसर भी मिला। इसके एक सप्ताह बाद, सरकार ने वेस्ट बंगाल स्टेट अंडर-13 ओपन में हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता में उन्हें पांच रेटिड खिलाड़ियों के खिलाफ खेलने का अवसर मिला, जो रेटिंग प्राप्त करने के लिए आवश्यक शर्त है। फलस्वरूप उन्हें 1555 की प्रारम्भिक फीडे रेटिंग मिली। विश्व संस्था ने रेटिंग्स को 31 अक्तूबर 2024 को अपडेट किया। नतीजतन सरकार ने तेजस तिवारी का रिकॉर्ड तोड़ दिया जो पांच वर्ष की आयु में सबसे कम आयु के फीडे रेटिड खिलाड़ी बने थे। सरकार के कोच दिब्येंदु बरुआ हैं, जो भारत के दूसरे ग्रैंडमास्टर थे।
बरुआ का कहना है, ‘अनीष में यकीनन क्षमता है, लेकिन अभी उन्हें बहुत लम्बा सफर तय करना है। हमने उन्हें विशेष गु्रप में रखा है, जहां वह 7 से 8 घंटे तक ट्रेनिंग करते हैं।’ दिलचस्प बात यह है कि अनीष की मां रेशमा को शतरंज के बारे में कोई मालूमात न थी। उन्होंने अपने बेटे का यू-ट्यूब पर अलग-अलग चैनलों से परिचय कराया, जिनमें पेप्पा पिग जैसे कार्टून भी थे, लेकिन उनकी दिलचस्पी तो शतरंज के वीडियोज में थी। रेशमा के अनुसार, ‘इस साल जनवरी तक अनीष की शतरंज में दिलचस्पी इतनी अधिक बढ़ गई थी कि वह बिना रुके वीडियोज घंटों तक देखते रहते थे। मैं उसके लिए शतरंज की बिसात व मोहरे लेकर आ गई, यह सोचते हुए कि यह उसके लिए सुरक्षित रहेंगे अगर मैं करीब से उसकी निगरानी नहीं भी करूंगी। चूंकि वह नंबर्स व काउंटिंग में पहले से ही अच्छा था, इसलिए शतरंज जल्द ही उसका फेवरेट बन गया। तब हमने तय किया कि उसे बरुआ सर की निगरानी में दिया जाये।’ बहरहाल, अब योजना यह बनायी जा रही है कि अनीष को टाटा स्टील कोलकाता चेस टूर्नामेंट में उतारा जाये, जहां उनकी मुलाकात पहली बार अपने हीरो कार्लसन से हो सकती है। कार्लसन ने पांच वर्ष की आयु में शतरंज को हाथ लगाया था, अनीष चार वर्ष का होने से पहले ही रेटिड प्लेयर बन चुके हैं। यह मुलाकात भले ही प्रदर्शनी मैच में हो, लेकिन होगी दिलचस्प। शर्वानिका एएस अभी मात्र 9 साल की हैं, लेकिन अपने शतरंज कौशल से पूरी दुनिया में तहलका मचाये हुए हैं। अब उनका नवीनतम कारनामा यह है कि उन्होंने 2000 एलो पॉइंट्स की मंज़िल को पार कर लिया है और ऐसा करने वाली वह भारत में सबसे कम आयु की महिला शतरंज खिलाड़ी बन गई हैं। एक नवम्बर 2024 को जो नवीनतम रैंकिंग की घोषणा की गई है, उसमें यह वुमन कैंडिडेट मास्टर अपनी श्रेणी में 2049 रेटिंग के साथ टॉप पोजीशन पर है। फिलहाल शर्वानिका अंडर-9 व अंडर-10 श्रेणियों में दोनों लड़कों व लड़कियों के वर्ग में पहले नंबर पर हैं। अगर सिर्फ देश की बात हो तो अपने देश में तो वह अंडर-9, अंडर-10, अंडर-11 व अंडर-12 आदि सभी आयु श्रेणियों में शर्वानिका टॉप पर हैं।
शर्वानिका ने अक्तूबर 2024 में 1915 की रेटिंग के साथ प्रवेश किया था, अब इतनी कम अवधि में उन्होंने 134.4 पॉइंट्स अर्जित किये और उल्लेखनीय मील के पत्थर को पार किया। हाल ही में शर्वानिका ने जर्मनी में म्युएन्स्टरलैंड ओपन चेस टूर्नामेंट में 12 से 19 अक्तूबर तक हिस्सा लिया था, जहां उन्होंने 91 एलो पॉइंट्स अर्जित किये।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर