हम राष्ट्रीय विज्ञान दिवस क्यों मनाते हैं ?
‘दीदी, स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, बाल दिवस आदि की तरह क्या हमारे देश में विज्ञान दिवस भी मनाया जाता है? मेरा एक दोस्त इस बारे में मुझसे मालूम कर रहा था।’
‘हां, हम हर साल 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाते हैं।’
‘28 फरवरी को ही क्यों, क्या इस दिन कुछ विशेष हुआ था?’
‘दरअसल, राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 28 फरवरी को इसलिए मनाया जाता है क्योंकि 1928 में इसी दिन भारत के भौतिक शास्त्री सर सीवी रमण ने रमण इफेक्ट की खोज की थी।’
‘ओके।’
‘इस खोज के लिए उन्हें 1930 में फिजिक्स के नोबेल प्राइज से सम्मानित किया गया था। विज्ञान के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार पाने वाले वह पहले भारतीय थे।’
‘क्या उनसे पहले किसी अन्य विषय में किसी भारतीय को नोबेल प्राइज दिया गया था?’
‘रविन्द्र नाथ टैगोर को उनकी पुस्तक गीतांजलि के लिए 1913 में साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।’
‘और यह रमण इफेक्ट है क्या?’
‘रमण इफेक्ट या प्रभाव का संबंध कणों के लचीले वितरण से है।’
‘मैं समझा नहीं।’
‘रमण इफेक्ट के अनुसार मैटर कणों या फोटोन्स का लचीला वितरण करता है जिसका अर्थ यह है कि जब कोई एकवर्णी प्रकाश द्रवों और ठोसों से गुजरता है तो उसमें ऊर्जा की अदली बदली के साथ ही रोशनी की दिशा में भी परिवर्तन आता है।’
‘यह राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया कैसे जाता है?’
‘हर साल इसका एक विशेष थीम निर्धारित किया जाता है।’
‘साल 2025 के लिए इसका क्या थीम है?’
‘इस बार का थीम है ‘विकसित भारत के लिए विज्ञान व नवाचार (इन्नोवेशन) में ग्लोबल नेतृत्व के लिए भारतीय युवाओं को सशक्त बनाना।’
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर