पिंकी बुआ की जुबानी, दुनिया जहान की कहानी
आओ बच्चो तुम्हें बताएं
पृथ्वी दिवस पर विशेष
जैसा कि आपको पता है आगामी 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस है यानी हमारी धरती माता का जन्मदिन। बच्चों यह बहुत खास दिन है, जब हम दुनियाभर के लोगों का ध्यान बरबस अपनी धरती मां की तरफ जाता है। जब हम सब एक साथ मिलकर उनकी सेहत के बारे में सोचते हैं और सोचकर चिंतित होते हैं। इस दिन हम सब उनके एहसानों को याद करते हैं, जो उन्होंने मानवता के प्रति किये हैं और उन ज्यादातियों के लिए खुद को कोसते हैं, जो हम इंसानों ने धरती के खिलाफ की हैं। जब घर के बड़े बुजुर्ग बूढ़े हो जाते हैं तो उनके जन्म दिन पर घर के सारे लोग उनके इर्द-गिर्द इकट्ठे होकर, उन्हें यह अनमोल जिंदगी देने का शुकराना अदा करते हैं और मिलकर सोचते हैं उनकी बची हुई जिंदगी को कैसे बेहतर से बेहतर बनाया जाये? लेकिन अगले दिन अपने में व्यस्त होकर सब भूल जाते हैं। लेकिन बच्चे मन के सच्चे ऐसे नहीं होते, सो तुम इस बार 22 अप्रैल को धरती मां के लिए जो प्यारे प्यारे वायदे करना, उन्हें न भूलना।
क्या कहा धरती मां कौन?
अरे बच्चो यह पृथ्वी,जहां हम सब रहते। जहां हमारे घर हैं, स्कूल हैं, पेड़-पौधे हैं, जानवर हैं, नदियां, पहाड़ और तितलियाँ हैं। हम धरती मां पर ही तो चलते हैं, उन्हीं के फेफड़ों से तो सांस लेते हैं। उन्हीं का दिया हुआ खाते हैं, उन्हीं के जल स्रोतों से तो पानी पीते हैं। हमारे जीवन में जो कुछ भी है, सब धरती का दिया हुआ है, इसीलिए तो हम धरती को मां कहते हैं लेकिन हम सब धरती मां को बहुत तकलीफ देते हैं। इसलिए पिछले कई सालों से लगातार उनकी सेहत बिगड़ रही है।
क्या कहा कौन-सी तकलीफ?
अरे हम सब धरती की सेहत के जानकारों के मना करने के बाद भी-
* उन पर बहुत ज्यादा प्लास्टिक फेंकते हैं। * उनकी सेहत के रखवाले पेड़ों को अंधाधुंध काट रहे हैं। * उन पर गाड़ियों और फैक्ट्रियों का धुआं उड़ेल रहे हैं। * नदियों में कचरा फेंक रहे हैं। हम इंसानों की इन अंतहीन हरकतों से आज हमारी धरती मां को सांस लेने तक में तकलीफ होती है। उसकी खराब सेहत के कारण ही आज जानवर मर रहे हैं, बर्फ पिघल रही है और मौसम मनमानी ढंग से बदल रहे हैं।
तो हम क्या कर सकते हैं?
बच्चों, आप छोटे ज़रूर हो, लेकिन आपके पास एक जादुई ताकत है-प्रकृति से प्यार करने की ताकत। आप बहुत कुछ कर सकते हो जो धरती मां को अच्छा लगे जैसे-
* आप जब भी बाज़ार जाओ, कपड़े का थैला लेकर जाओ। इससे धरती मां पर प्लास्टिक की बारिश नहीं होगी।
* ज़मीन में पेड़-पौधे लगा सकते हो या मम्मी-पापा को इसके लिए मजबूर कर सकते हो ताकि धरती मां के फेफड़े सही से सांस लेने लायक हो सकें।
* घर हो या स्कूल कचरा सही डस्टबिन में डालो।
* पानी और बिजली बर्बाद न करो।
* जानवरों से प्यार करो, उन्हें कभी नुकसान न पहुंचाओ।
इस बार के पृथ्वी दिवस का आह्वान
इस साल (2025) के पृथ्वी दिवस की थीम है ‘हमारी शक्ति, हमारा ग्रह!’ यानि हम सब मिलकर धरती को बचा सकते हैं, क्योंकि यह हमारा घर है। -इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर