मालिश और व्यायाम बनाये बच्चे को मज़बूत

बच्चे की मालिश उसके शारीरिक और मानसिक विकास के लिए ज़रूरी है। मालिश करने के दौरान उसके साथ बतियाना, समय बिताना, इससे मां और बच्चे की बॉडिंग मज़बूत होती है। मां का प्यारभरा स्पर्श मसाज के दौरान उसका तेज़ गति से हाथ पैर चलाना, इससे बच्चे और मां दोनो को खुशी मिलती है। 
बच्चा जब डेढ़ महीने का हो जाता है, तब उसे कुछ हद तक थोड़ी-थोड़ी हाथों और पैरों को हिलाने की एक्सरसाइज करायी जा सकती हैं। इ सकी शुरुआत मालिश से होती है। उसको पीठ के बल लिटाकर उसको बायें हाथ से कंधों की दिशा में सहलाएं। पेट पर घड़ी की सुई की दिशा में हल्के-हल्के घेरे बनाकर जब एक्सरसाइज करायी जाती है तो इससे उसके पेट में गैस निकलने में आसानी होती है। एक हाथ से बच्चे का पांव धीरे से पकड़कर दूसरे हाथ से उसके पैर से अंदर से बाहर व नीचे से ऊपर की ओर एक्सरसाइज कराएं। जब बच्चा पेट के बल लेटना सीख जाए तो पीठ की मालिश की जा सकती है। इसके लिए उल्टे हाथ से नीचे से ऊपर को पीठ सहलाते रहें। इससे बच्चा धीरे-धीरे अपनी पीठ खुद सीधे करता है और अपने सिर को उठाता है। 
साइकिलिंग की एक्सरसाइज को करवाने के लिए उसके पैरों को पकड़कर साइकिल के मोशन में घुमाना चाहिए। इससे उसका पाचनतंत्र मजबूत होता है। इसके अलावा उसके दोनो घुटनों को मोड़कर एक साथ पकड़ें और हिप्स को दोनो साइड घुमाएं, इससे उसे कवरट लेने में आसानी होती है। हाथों और पैरों को क्रिस क्रॉस करके बच्चे की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। बच्चे के दोनों हाथों को पकड़कर उन्हें बाहर की ओर पूरी खोले और फिर अंदर बंद करें। ऐसा करने से उनकी बॉडी में लचीलापन बढ़ता है। उसके शरीर का लचीलापन बढ़ने से उनके मसल्स मजबूत बनते हैं। हाथों को ऊपर उठाकर नीचे की ओर लाएं। इससे उसका बेहतर विकास होता है। इस तरह की एक्सरसाइज करते समय बच्चे के साथ लगातार बात करते रहें। यदि किसी खास दिशा में उसके हाथों, पैरों को मोड़ने से उसे कष्ट होता है तो उसे न करें। एक्सरसाइज को धीमी-धीमी करें, जिससे बच्चे को असुविधा न हो। 
क्यों ज़रूरी है एक्सरसाइज
बच्चे के लिए नियमित मालिश और व्यायाम उससे उसकी मांसपेशिया मजबूत होती हैं। रक्त संचार बढ़ता है। उसका मानसिक विकास और गतिशीलता बढ़ने के साथ-साथ इंद्रियों का भी विकास होता है। बच्चा जब दो से तीन महीने का हो जाता है तो उसे मालिश और एक्सरसाइज करानी चाहिए। ताकि उसकी मांसपेशियां मजबूत हो सके।
पूरे शरीर में लगाएं तेल
सरसो, नारियल, जैतून या मालिश के लिए कोई खास तेल जो भी लें, सिर से पांव तक हर हिस्से में लगाएं। ऊपर से नीचे की तरफ धीमी गति से हाथ फिराते हुए 10 से 15 मिनट मालिश करें। चेहरे पर मालिश के लिए दोनो भौंहों के बीच और नाक के शुरुआती हिस्से पर अंगूठे और अंगुलियों से हल्की मालिश करें। दोनों हथेलियों पर धीमे धीमे हल्की मालिश करें। अंगुलियां फैलाकर बीच की जगह कम से कम 30 सेकंड तक हल्की मसाज करें। पेट पर बायीं और गोलाई में हल्के हाथ से दायीं और पांच मिनट तक मसाज करें। बच्चे के दोनों पैरों के पंजों को हाथों में लेकर पंजों के बीच के हिस्से को अंगूठे से 10 से 15 सेकंड के लिए दबाएं।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर 

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