क्रूड ऑयल में तेज़ी से रूबल मुद्रा सुर्ख

नई दिल्ली, 20 जनवरी (एजेंसी): गत सप्ताह भी प्राइवेट मुद्रा बाजारों में कच्चे तेल में गर्मी आने से विदेशी मुद्राओं में रूबल अमेरिकन डॉलर व भारतीय रुपये की तुलनात्मक सुर्ख रही। डॉलर की अपेक्षा रूबल 66.91 से बढ़कर अंतिम सत्र में 66.39 प्रति डॉलर पर सुनी गयी। रुपये के सामने भी रूबल 1.04 से बढ़त लेकर 1.06 रुपया देखी गयी। वहीं रुपया अमेरिकन डॉलर की अपेक्षा 70.25 से घटकर 71 प्रति डॉलर पर सुना गया। इसी तरह पौंड मुद्रा के सापेक्ष रुपया 91.25 से फिसलकर 91.63 प्रति पौंड रह गया। आलोच्य सप्ताह भी कच्चा तेल विदेशों में निरंतर बढ़त बनाये रखने से कुछ तेल उत्पादक देशों की मुद्राएं रुपये के सामने सुर्ख रहीं, जिसमें रूबल व संयुक्त अरब दिरहम मुद्राएं, रुपए के सापेक्ष अंतिम सत्र में 1.06 तथा 19.31 रुपए पर तेज सुनी गयी। खबरों में ऐसा सुना गया कि भारत के तेल आयात में मार्च तक ईरान के साथ अनुबंध होने से कमी की संभावना है तथा उत्पादक देश अपनी सप्लाई में कटौती भी कर सकते हैं, जिससे तेल उत्पादक देशों की मुद्राओं में सुर्खी बनी हुई है। दूसरी ओर अमेरिकन डॉलर मुद्रा रुपए के सामने मजबूत रही। इसी तरह पौंड व यूरो मुद्राएं भी रुपये की अपेक्षा तेज रहीं। जबकि दिसम्बर माह में कच्चे तेल की कीमत गिरने से भारतीय खुदरा व थोक मुद्रास्फीति नरम रही, जिससे रुपया दिसम्बर माह में विदेशी मुद्राओं के सामने बढ़त में बना हुआ था। वहीं भारतीय रिजर्व बैंक की अगले माह होने वाली बैठक में मुद्रास्फीति नियंत्रण में होने से ब्याज दरों में कोई वृद्धि की उम्मीद नहीं की जा रही है।