दूध पाउडर 10 रुपए महंगा हुआ : घी-मक्खन एवं पाउडर में और तेज़ी संभव

नई दिल्ली, 20 जनवरी (एजेंसी): उत्तर भारत में कच्चे दूध की लगातार किल्लत बनने एवं दूध पाउडर की वास्तविक खपत बढ़ जाने से 10 रुपए किलो की गत सप्ताह तेजी आ गयी। देशी घी-मक्खन सहित दूध पाउडर के उत्पादन में लगातार गिरावट को देखते हुए इसमें और तेजी के आसार दिखाई देने लगे हैं। इसका महत्वपूर्ण कारण यह भी है कि फैडरेशन के माल अब पहले जैसे प्रैशर में खुले बाजार में बिक्री हेतु कम आ रहे हैं। उत्तर भारत में इस बार अधिकतर प्लांट दूध पाउडर व देशी घी में मंदे के दलदल के बाद पूरी तरह निराश होकर सीजन से अब तक पिछले चार महीने के अंतराल बिक्री के हिसाब से ही माल बना रहे थे तथा पिछले महीने तक फैडरेशन के माल ही देश की सभी खपत वाली मंडियों की आपूर्ति कर रहा था। यही कारण है कि कई प्लांट पड़ते के अभाव में प्लांट चलाने की बजाय बंद रखना ही मुनासिब समझा, जिससे इस बार उक्त दोनों उत्पादों का स्टॉक कहीं नहीं हो पाया है तथा जो माल बन रहा है, वह हाजिर में बिकता जा रहा है। स्टर्लिंग एग्रो लि. के डायरेक्टर लक्ष्मीनारायण केसरवानी ने बताया कि यूपी-हरियाणा, पंजाब के साथ-साथ साऊथ के प्लांटों में भी क्षमता के अनुरूप लिक्विड दूध नहीं आ रहा है। दूसरी ओर मंदे भाव पर लगातार कोऑपरेटिव्स के दूध पाउडर जो आ रहे थे, वह भी पहले से महंगे हो गये हैं तथा अपेक्षाकृत 30 प्रतिशत ही मंडियों में खुले बाजार में बिकने के टेण्डर आ रहे हैं। अधिकतर पुराना माल कट चुका है। दूसरी ओर कच्चे दूध के भाव महंगे होने से प्लांटों में उत्पादन लागत महंगी हो गयी है।