कैसे करें बर्तनों की देखभाल

आजकल पुराने बर्तनों जैसे पीतल, कांस्य, तांबे, चांदी आदि के बर्तनों का प्रयोग नहीं होता। ऐसे बर्तनों का प्रयोग कभी कभार ही करते हैं। विभिन्न प्रकार के बर्तनों की सफाई के लिए निम्न उपाय अपना कर उनमें चमक ला सकती हैं  ताकि वे लम्बे समय तक आपके पास रखे रहें। पीतल के बर्तन प्राय: हमारी दादी नानी के जमाने में चला करते थे लेकिन आजकल सिर्फ शो-पीस बनकर रह गये हैं। इनकी सफाई के लिए आप इमली का रस पानी में गर्म कर बर्तनों को उसमें डुबो दें। अगर बर्तन बड़ा है तो कपड़ा इमली के पानी में डुबोकर उस बर्तन की सफाई कर दें। इमली का रस न हो तो नींबू के छिलके से रगड़ कर साफ करें। खट्टा मट्ठा उस  बर्तन में भर कर रख दें। दो घण्टे बाद उस बर्तन को निकालें। बर्तन चमक उठेंगे। मट्ठे में से निकालकर उस बर्तन की विम से सफाई कर दें। कच्चे आम के रस से भी पीतल के बर्तनों  की सफाई की जा सकती है। तांबे के गुलदस्ते या नक्काशी वाले बर्तनों की सफाई के लिए उन्हें खट्टे मट्ठे में डुबो कर रख दें। दो घण्टे बाद निकाल कर विम से सफाई करें। बर्तन चमक उठेगा। सिगरेट की राख से तांबे के बर्तन की सफाई करें। बर्तन चमक उठेंगे। चांदी के बर्तन सिर्फ शो-पीस के लिए रखे जाते हैं। कभी कभार खास मेहमानों के आने पर हम उनका प्रयोग करते हैं। उनकी सफाई के लिए गर्म पानी में सिरका, नमक बेकिंग पाऊडर डालकर उबालें। अब चांदी के बर्तन को भी डाल कर उबालें। दस मिनट बाद नीचे उतार कर साफ पानी से धोयें। बर्तन चमक उठेंगे। आप चाहें तो खट्टे पदार्थ दही में चार घण्टे पड़े रहने दें। बर्तन चमक उठेंगे। कांच के बर्तन में चाय या कॉफी के दाग या पीले धब्बे हों तो उसे सिरके में कपड़ा भिगो कर साफ करें। साधारण कांच के बर्तन की किसी भी वाशिंग पाऊडर से सफाई कर सकती हैं।
स्टील के बर्तनों की चमक खराब हो रही तो प्याज का रस व सिरका मिलाकर सफाई करें। स्टील के बर्तन हल्के होने के कारण गर्म करने पर जलने का निशान पड़ जाता है। इस निशान को साफ करने के लिए सिरके से सफाई करें। अगर कोई पुराना बर्तन है तो नौशादर, सुहागा मिलाकर उस बर्तन की सफाई करें। अमोनिया के घोल से भी पुराने एल्यूमीनियम के बर्तनों की सफाई की जा सकती है।

 —नीलम गुप्ता