बाल पहेलियां

1. अगर कहीं जब मेघा बरसे,
   साथ मुझे ले जाओ।
   अगर सताए धूप कहीं तो,
   छांव सदा तुम पाओ।।
2. कहीं दूर तक चलते चलते,
   अगर कभी थक जाओ।
   मेरे पास तुम आना हरदम,
   छांव सदा ही पाओ।।
3. जाड़ों में मैं सखी सहेली,
   सदा ही बनकर आऊं।
   गर्मी में सब डरते मुझसे,
   मैं दुश्मन कहलाऊं।।
4. दूर-दूर तक मिले न पानी,
   रेत सदा तुम पाओ।
   गुल्लो, आशी, तारा, मुनमुन,
  इसका नाम बताओ।

-डा. कमलेन्द्र कुमार
-रावगंज, कालपी ज़िला जालौन
उत्तर प्रदेश पिन कोड 285204
मो. 9451318138