भारत का सबसे ऊंचा झरना कौन सा है ?
‘दीदी, आपको तो मालूम ही है कि कुछ दिन पहले मैं मम्मी पापा के साथ मसूरी गया था, जहां मैंने एक बहुत ही सुंदर झरना देखा... ऊपर से पानी गिर रहा था ...उसे देखकर आनंद आ गया।’
‘हां, सभी झरने बहुत खूबसूरत होते हैं।’
‘बहरहाल, उस झरने को देखते हुए मैं सोचने लगा कि अपने देश में सबसे ऊंचा झरना कौन सा होगा?’
‘कर्नाटक का कुंचिकल (नदबीपांस ंिससे) झरना है। यह 455 मी या 1,493 फीट ऊंचा है और यह वराही (अंतीप) नदी की वजह से बनता है। यह अगुम्बे (ंहनउइम) वर्षावन में स्थित है लेकिन इस झरने को देखना आसान नहीं है।’
‘क्यों?’
‘दरअसल, यह हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट क्षेत्र में स्थित हैं, इसलिए पर्यटकों को इस तक जाने के लिए कर्नाटक पॉवर कारपोरेशन लिमिटेड से हुलिकल में अनुमति लेनी पड़ती है।’
‘ओके। वैसे इस झरने के बाद किस झरने का ऊंचाई में नंबर आता है?’
‘दूसरे स्थान पर ओडिशा का बरेहिपानी झरना है जोकि 399 मी या 1,309 फीट ऊंचा है। यह दो-टियर वाला झरना सिमलीपाल नेशनल पार्क में स्थित है, घने जंगलों व वन्यजीवों से घिरा हुआ।’
‘इसे देखने के लिए तो पर्यटक जा सकते हैं या नहीं?’
‘यह पर्यटकों के लिए खुला हुआ तो है, लेकिन सिमलीपाल नेशनल पार्क में प्रवेश करने के लिए वन विभाग से परमिट लेने की ज़रूरत होती है, जो पार्क के दरवाज़ों पर मिल जाता है।’
‘जब आप बता रही हैं तो यह भी बता दें कि ऊंचाई के लिहाज़ से तीसरे स्थान पर भारत का कौन सा झरना आता है?’
‘मेघालय का नोहकलिकई झरना जो 340 मी या 1,115 फीट ऊंचा है। इस झरने की दो खास बात हैं।’
‘क्या क्या?’
‘यह भारत का सबसे ऊंचा डुबकी झरना है और दूसरा यह कि इसकी जड़ में पन्ना हरा पूल है, जिसके लिए यह विख्यात है।’
‘क्या यह पब्लिक के लिए खुला है?’
‘व्यू पॉइंट पर छोटा सा प्रवेश शुल्क मेघालय पर्यटन विभाग को देना होता है।’
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर