सर्दी में रखें ध्यान बच्चों व बूढ़ों का

ठंड बढ़ती जा रही है। यह मौसम बच्चों, बूढ़ों और बीमार लोगों के लिए अधिक खतरनाक हो सकता है, अगर उनका ध्यान न रखा जाए तो। बढ़ती सर्दी में बच्चों, बड़ों और बीमारों को उचित गर्म कपड़ों के साथ खाने पर भी ध्यान देना जरूरी होता है ताकि वे सर्दी का सही आनंद उठा सकें। 
* सबसे पहले मौसमअनुसार उनको गर्म कपड़े पहनाएं। जब टोपी, मफलर, जैकेट, इनर्स की आवश्यकता हो, उन्हें पहनने के लिए दें।
* बच्चों को खाने में चुकंदर, गाजर और मूली सलाद में, भाजी में या खिचड़ी आदि में दें। बुजुर्ग लोग या बीमार लोगों को सख्त चीजें खाने में परेशानी होती है। उन्हें दोपहर में भोजन से पहले कददूकस किया सलाद, नींबू, हल्का नमक डाल कर दें। इनके नियमित सेवन से इम्यूनिटी सिस्टम स्ट्रांग बनता है।
* बच्चों को साग जैसे पालक, मेथी का परांठा या पूड़ी बना कर दे सकते हैं। मक्की के आटे में उबला कुचला शलजम, मेथी की पत्तियां, घिसी हुई  मूली डालकर चपाती बनाकर खाने को दें जिससे उन्हें हरी सब्जी खाने को मिल जाएगी। बुजुर्ग लोग तो साग व मेथी वैसे ही खुशी से खा लेते हैं।
* बच्चों को ड्राई फ्रूट खाने की आदत प्रारंभ से डालें ताकि उनकी रोग-प्रतिरोधक शक्ति बनी रहे। बुजुर्गों को ड्राई फ्रूट ग्राइंडर में पीस कर दूध या चाय के साथ दें।
* सर्दियों में खाने में लहसुन, अदरक का प्रयोग अधिक करें ताकि सर्दी से बचाव हो सके। इससे फ्लू और अस्थमा जैसी बीमारियों से भी बचाव होगा। अदरक कद्दूकस कर और लहसुन पीस कर सब्जी व दाल में डालें। अदरक, शहद का रस सप्ताह में एक या दो बार बच्चों और बुजुर्गों को दें ताकि खांसी से उनका बचाव रहे।
* सर्दी में भी बच्चों, बड़ों और बीमारों को पानी देते रहें ताकि शरीर में पानी की कमी न हो। अधिक सर्दी में गुनगुना पानी पीने को दें।
* मौसमी, संतरे और नींबू में विटामिन सी की प्रचुर मात्रा होती है। धूप में मौसमी, संतरा खाने को दें।  सलाद, दाल में थोड़ा नींबू का रस डालें। आंवले का मुरब्बा, कैंडी, चटनी  खाने को दें, जिससे सर्दियों में होने वाली बीमारियों से लड़ने की शक्ति उन्हें मिलती रहे। (स्वास्थ्य दर्पण)