मुंबई इंडियंस ने जीती दूसरी बार डब्ल्यूपीएल ट्रॉफी
जब हरमनप्रीत कौर का दिन अच्छा होता है, तो मुंबई इंडियन्स आमतौर से मैच जीत जाती है। जब हरमनप्रीत कौर का सत्र अच्छा होता है तो मुंबई इंडियन्स आमतौर से प्रतियोगिता जीत लेती है। गत 15 मार्च 2025 को मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम में यही हुआ। विमेंस प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) के लो-स्कोरिंग फाइनल में दिल्ली कैपिटल्स के विरुद्ध कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 44 गेंदों में शानदार 66 रन बनाये और मुंबई इंडियन्स ने डब्ल्यूपीएल का अपना दूसरा खिताब जीत लिया। हालांकि दिल्ली कैपिटल्स के सामने निर्धारित 20 ओवर में मात्र 150 रन का लक्ष्य था लेकिन जब पहले दो ओवर में ही उसकी दोनों सलामी बैटर्स मेग लेनिंग व शेफाली वर्मा, जिनकी अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाने की प्रमुख भूमिका थी, आउट हो गईं तो लक्ष्य हासिल करना कठिन हो गया। दिल्ली कैपिटल्स 8 रन से हार गई। दिल्ली कैपिटल्स एक मात्र टीम है जो डब्ल्यूपीएल के अब तक के तीनों सत्रों में फाइनल में पहुंची है, जिससे उसकी निरंतरता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है, लेकिन वह इतनी बदकिस्मत भी रही है कि एक बार भी ट्राफी नहीं उठा सकी है। दिल्ली कैपिटल्स 2023 के फाइनल में मुंबई इंडियन्स से 7 विकेट से हार गई थी, फिर 2024 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने उसे 8 विकेट से पराजित किया और 2025 में मुंबई इंडियन्स के सामने वह 8 रन से चूक गई।
वर्तमान सत्र में मुंबई इंडियन्स की खिताबी जीत में उसकी दो हरफनमौला खिलाड़ियों की भूमिकाएं प्रमुख रहीं। नैट स्किवर-ब्रंट ने प्रतियोगिता में सर्वाधिक 523 रन बनाये और वह ऑरेंज कैप की हकदार बनीं, जबकि एमेलिया केर ने सर्वाधिक 18 विकेट लेकर पर्पल कैप अपने नाम किया। नैट स्किवर-ब्रंट प्रतियोगिता की मोस्ट वैल्यूएबल प्लेयर भी रहीं और इमर्जिंग प्लेयर ऑ़फ द सीजन भी मुंबई की अमनजोत कौर रहीं। प्रतियोगिता में सबसे अधिक डॉट गेंद फेंकने का श्रेय भी मुंबई इंडियन्स की शबनम इस्माइल को मिला, जिन्होंने 131 डॉट गेंदें फेंकी। अन्य पुरस्कारों पर गुजरात जायंटस की ऐशलीग गार्डनर (सर्वाधिक 18 छक्के), यूपी वारियर्स की शेनली हेनरी (सर्वश्रेष्ठ स्ट्राइक रेट) और दिल्ली कैपिटल्स की एनाबेल सदरलैंड (सर्वश्रेष्ठ कैच) का कब्ज़ा रहा। गुजरात जायंटस को फेयर प्ले अवार्ड मिला। यह सभी पुरस्कार 5.5 लाख रूपये के थे। विजेता मुंबई इंडियन्स को 6 करोड़ रूपये मिले और रनर-अप दिल्ली कैपिटल्स को इसके आधे यानी 3 करोड़ रूपये मिले।
दिल्ली कैपिटल्स ने लगातार तीसरा अच्छा सीजन खेला, लेकिन लगातार तीसरी बार फाइनल फ्रंटियर पार न कर सकी। उसकी कप्तान मेग लेनिंग निराश दिखीं कि बल्ले से 150 रन का मामूली लक्ष्य भी हासिल न किया जा सका। उनका मानना था कि एक और पार्टनरशिप हो जाती तो बात बन जाती। फिर भी उन्हें अपनी टीम पर गर्व है। उनके अनुसार-‘हमारा सीजन अच्छा रहा। कुछ पल वास्तव में बहुत अच्छे रहे। लेकिन हम निराश हैं कि फाइनल में अच्छा प्रदर्शन एक बार फिर न कर सकीं, यही तो क्रिकेट है कि एक दिन खुशी तो दूसरे दिन निराशा हाथ लगती है। गलती किसी की नहीं है। हम पूरी तैयारी से आयी थीं, बस बात बन न सकी।’ दूसरी ओर कम स्कोर का लक्ष्य देने के बावजूद जीत हासिल करने का श्रेय हरमनप्रीत कौर ने अपनी टीम की गेंदबाज़ों को दिया। उन्होंने कहा, मुझे बहुत खुशी है जिस तरह से इस्माइलए नैट स्किवर-ब्रंट और अन्य गेंदबाज़ों ने एक यूनिट की तरह गेंदबाज़ी की। हमें मालूम था कि हमारे पास चार अच्छे गेंदबाज़ हैं और टी-20 में शेष चार ओवर महत्वपूर्ण हो जाते हैं। इसलिए साईका के तीन ओवर अहम थे, जो उन्होंने बहुत अच्छे फेंके। फिर अमनजोत व संस्कृति ने भी अच्छी गेंदबाज़ी की। ये सभी अपनी भूमिकाएं जानती हैं और मुझे इनके साथ खेलने में आनंद आता है।’
डब्ल्यूपीएल 2025 में पांच टीमों (मुंबई इंडियन्स, दिल्ली कैपिटल्स, गुजरात जायंटस, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरुव यूपी वारियर्स) ने 14 फरवरी से 15 मार्च तक कुल 22 मैच खेले। इस सत्र में कुछ ऐसी बातें देखने को मिली जो डब्ल्यूपीएल के इतिहास में पहले कभी नहीं हुईं थीं। पहली बार सुपर ओवर खेला गया, जिसके टाईब्रेक में यूपी ने बेंगलुरुको 4 रन से पराजित किया। यह मैच 24 फरवरी को खेला गया था। प्रतियोगिता के पहले ही मैच में 200 से अधिक का स्कोर सफलतापूर्वक चेज़ किया गया यानी पूरे मैच में दर्शकों को अप्रत्याशित 400 से अधिक रन देखने को मिले। गुजरात जायंटस ने पहले खेलते हुए 5 विकेट पर 201 रन का विशाल लक्ष्य दियाए जिसे बेंगलुरु ने 7 गेंद शेष रहते हुए 4 विकेट के नुकसान पर पार कर लिया।
इस बार का फॉर्मेट भी 2024 जैसा ही था कि राउंड-रोबिन लीग में पांच टीमों ने एक-दूसरे से दो-दो बार मुकाबले किये। टॉप साइड (दिल्ली कैपिटल्स) सीधे फाइनल में पहुंच गई और दूसरे व तीसरे स्थान वाली टीमों ने फाइनल में पहुंचने के लिए एलिमिनेटर खेला, जिसमें मुंबई ने गुजरात को 47 रन से हराया। इस बार प्रतियोगिता में सबसे अधिक छक्के भी लगे, जबकि पिछला रिकॉर्ड 168 छक्कों का था। इससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि महिला क्रिकेट में कितना सुधार आ चुका है।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर