सर्दियों में कैसे रखें अपनी त्वचा का ख्याल ?
नवम्बर महीना शुरु होते ही सुबह और शाम के वक्त हल्की ठंड पड़ने लगती है। देश के पहाड़ी इलाकों में तो नवम्बर में अच्छी खासी ठंड पड़ने लगती है। अक्तूबर और नवम्बर माह को घूमने के लिए सबसे सही माना जाता है। क्योंकि इन दिनों गर्मी कम होती है और हल्की ठंड में घूमने-फिरने ही नहीं खाने पीने का भी मजा आता है लेकिन सर्दियां शुरु होते ही पैरों की एड़ियां फटने लगती हैं, त्वचा में रूखापन आ जाता है। हाथों और पैरों की त्वचा रूखी होती है और उसमें यदि हम चिकनाई का इस्तेमाल न करें तो खुजली होने लगती है। ऐसे में इस मौसम में होने वाली परेशानियों से बचने के लिए हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बताते हैं, जिनसे आप अपने हाथों पैरों को मुलायम रख सकते हैं, जो आपकी रसोई में सहज उपलब्ध होंगी।
फटी एड़ियां और खुरदरे हाथ : गृहणियां अकसर अपने हाथों और पैरों की देखरेख के प्रति लापरवाह होती हैं। क्योंकि घर के कामों में ठंडे, गर्म पानी का असर हाथों और पैरों दोनों पर होता है, जिससे एड़ियां फटने लगती हैं और उनमें बैक्टीरिया के पनपने की आशंका बनी रहती है। इसके लिए सर्दी की शुरुआत होते ही रात को सोने से पहले हाथों और पैरों को अच्छी तरह गर्म पानी से धोकर प्यूमिक स्टोन से एड़ियों को रगड़ें और अच्छी फुट क्रीम फटी एड़ियों पर लगाएं तथा मोजें पहनें। इससे फटी एड़ियों से राहत मिलती है। हाथों के लिए भी रात को सोते समय एक अच्छे मॉश्चराइजर से अपने हाथों की अच्छी मालिश करें और त्वचा के रूखे हिस्सों पर इनको लगाएं।
बालों की देखभाल : ठंड की शुरुआत होते ही बालों को गर्म पानी से धोने, उन्हें बार बार धोने, उनके देरी से सूखने, गीले बालों को बांधने के कारण बाल रूखे और बेजान हो जाते हैं। इन्हें सही रखने के लिए ज़रूरी है कि बालों को ज्यादा गर्म पानी से न धोया जाए। इनमें रूसी और रूखापन न आए इसके लिए सिर की गुनगुने तेल से मालिश करें और सुबह बालों को शैंपू कर लें।
होंठों की देखभाल : हल्की सर्दियों के मौसम में भी होंठ रुखेपन के कारण फटने लगते हैं। उनके किनारों में रुखापन आने से कई बार जख्म हो जाते हैं। इसके लिए होंठों को अच्छी तरह साफ करने के बाद उनमें लिप मॉश्चराइजर लगाएं और यदि आप लिपिस्टक लगा रहे हैं तो मैट फिनिश की जगह ऑयल बेस्ड लिपस्टिक का इस्तेमाल करें ताकि होंठों की नमी भी बनी रहे।
सनस्क्रीम न भूलें : भले ही हल्की सर्दी की शुरुआत हो चुकी है, तेज गर्मी और धूप न होने के बावजूद बादल या ज्यादा ठंड में भी सूर्य की हानिकारक अल्टावॉयलेट किरणें आपकी त्वचा पर बुरा असर डाल सकती हैं, जिससे त्वचा असमय बूढ़ी होने लगती हैं। ठंड के महीनों में भी हाइड्रेटिंग सनस्क्रीम का इस्तेमाल ज़रूर करें, जो आपको धूप से सुरक्षा देने के साथ साथ त्वचा को नमी भी दे।
हाइड्रेट रहें : सर्दी की शुरुआत होते ही प्यास कम लगती है और पानी पीने के प्रति हम लापरवाही बरतने लगते हैं। अगर हम पर्याप्त मात्रा में पानी न पीएं तो इसका असर हमारी त्वचा पर भी दिखायी देता है। खुद को हाइड्रेट रखें ताकि शरीर से विषैले पदार्थ बाहर जाते रहें। फलों और सब्जियों को अपने भोजन में ज्यादा से ज्यादा शामिल करें।
डाइट पर ध्यान दें : सर्दी का हमारी त्वचा की सुंदरता पर सबसे बुरा असर होता है। हमारी डाइट से ही हमारी त्वचा का स्वास्थ्य और सौंदर्य जुड़ा है। इन दिनों अपने भोजन में अलसी, खरबूजे के बीज, नट्स और बैरीज, पालक और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर खाद्य पदार्थ अपनी डाइट में शामिल करें। जो हमारी त्वचा के अंदरूनी और बाहरी सौंदर्य में वर्धन करते हैं।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर




