चुनावों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देना अभी दूर की बात

मानसा, 24 अप्रैल (गुरचेत सिंह फत्तेवालिया) : राजनीतिक पार्टियों द्वारा चुनावों में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देना अभी दूर की बात है। चाहे समस्त राष्ट्रीय व राज्य पार्टियां औरतों को राजनीतिक क्षेत्र में समानता के अवसर मुहैया करवाने के दावे व वादे तो कर रही हैं परन्तु हकीकत में ऐसा कुछ भी नज़र नहीं आ रहा। बराबरी की बात तो दूर अभी 33 प्रतिशत के आंकड़े तक पहुंचने की संभावना कहीं नज़र नहीं आ रही। लोक सभा चुनावों के लिए पार्टियों द्वारा दी गई टिकटों पर अगर नज़र दौड़ाई जाए तो कोई भी पार्टी इस दावे के  आस-पास भी नहीं रुकती। पंजाब के चुनावी माहौल से पता चलता है कि पिछली बार की तरह इस बार भी भाजपा ने एक भी महिला को टिकट नहीं दी। भाजपा का शिरोमणि अकाली दल से गठबंधन है व उसके हिस्से 13 में से 3 सीटें आई हैं परन्तु किसी भी सीट पर उसने महिला उम्मीदवार नहीं उतारा है। आम आदमी पार्टी 3 महिलाओं को टिकटें देकर 33 प्रतिशत आंकड़े के आस-पास ज़रूर पहुंच गई है। शिरोमणि अकाली दल ने 2, कांग्रेस व पंजाब लोकतांत्रिक गठबंधन ने 1-1 महिला को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है। वामपंथी जो महिलाओं को बराबर का हक देने की वकालत करने में सब से आगे हैं और महिलाओं को टिकटें देने में पीछे हैं। आम आदमी पार्टी ने बठिंडा लोक सभा हलके से प्रो. बलजिंदर कौर को चुनाव मैदान में उतारा है। वह तलवंडी साबो से पार्टी की मौजूदा विधायक है। इसी तरह पार्टी ने पटियाला से नीना मित्तल को टिकट दी है। फत्तेहगढ़ साहिब रिज़र्व हलके से हरबंस कौर दूलों को चुनाव मैदान में उतारा गया है। दूलों पिछले दिनों कांग्रेस छोड़ कर आप में शामिल हुए हैं। वह राज्यसभा सदस्य व पंजाब प्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रधान शमशेर सिंह दूलों की पत्नी हैं। शिरोमणि अकाली दल ने बठिंडा हलके से हरसिमरत कौर बादल व बीबी जगीर कौर को खडूर साहिब से टिकट दी है। कांग्रेस ने पटियाला हलके से परनीत कौर को दोबारा टिकट दी है। पंजाब लोकतांत्रिक गठबंधन ने केवल 1 उम्मीदवार को ही टिकट दी  है। बीबी परमजीत कौर खालड़ा को खडूर साहिब हलके से चुनाव मैदान में उतारा गया है। उनके हक में टकसाली अकाली दल द्वारा पूर्व जनरल जे. जे. सिंह की उम्मीदवारी वापिस ले ली गई है। यहां चुनाव दंगल दिलचस्प बनता नज़र आ रहा है।