मोटर साइकिलों पर दूध ढोने पर रोक लगाई जाए

आजकल दूध बेचने वालों ने अपने मोटर साइकिलों को दूध वाहन बना लिया है, इसी पर तीन-चार ड्रम लादकर पहले घर-घर से दूध एकत्र करते हैं फिर इसे घर-घर जाकर बेचते हैं। वे अपनी मोटर साइकिल को सड़कों पर ऐसे लेकर चलते हैं जैसे ये सड़कें उनकी जागीर हों, इस कारण सड़कों पर व्यवधान पैदा होता है। अक्सर लड़ाई-झगड़ा भी होता है। समय की मांग है कि मोटर साइकिलों पर दूध ढोने पर प्रतिबंध लगाया जाये क्योंकि यह मौत का सामान हैं। प्रशासन चुपचाप यह सब कुछ होने दे रहा है, ऐसे मोटर साइकिलों का चालान हो।

—राकेश नरूला