आओ, आर्कमिडीज स्क्रू पम्प बनाएं
बच्चो! आज मैं आपको आर्कमिडीज स्क्रू बनाना सिखाता हूं, जो एक सिंपल मशीन है और इसे वाटर स्क्रू, स्क्रू पंप या मिस्री स्क्रू भी कहते हैं। यह सबसे पुरानी मशीनों में से है और इसका प्रयोग पानी को निचले क्षेत्र से ऊंचे क्षेत्र में ले जाने के लिए किया जाता है। यह गोल ट्यूब के अंदर स्क्रू-जैसे सर्फेस को घुमाने से काम करती है। जब स्क्रू घूमता है तो उसके अंदर जो मटेरियल होता है वह ट्यूब में ऊपर की ओर जाता है। इस प्रक्रिया को डिस्प्लेसमेंट कहते हैं। आर्कमिडीज विख्यात यूनानी गणितीज्ञ, दार्शनिक, इंजीनियर व अविष्कारक थे। हालांकि इस स्क्रू पंप के अविष्कार का श्रेय अक्सर आर्कमिडीज को दिया जाता है, लेकिन उनसे पहले प्राचीन मिस्र में इसका उपयोग सिंचाई के लिए पानी को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए किया जाता था। आज भी इस मशीन का प्रयोग वेस्टवाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स, खेतों में अनाज को इधर से उधर ले जाने और हाइड्रोपॉवर प्लांट्स में किया जाता है। इन आर्कमिडीज स्क्रू बनाने के लिए हमें गोल टेम्पलेटस, पानी की बोतल, कैंची, कार्ड स्टॉक, कागज़, टेप और लिफ्ट करने के लिए बीन्स की ज़रुरत पड़ेगी।
1. पानी की बोतल को दोनों सिरों से इस तरह से काट लो कि ओपन सिलिंडर बन जाये। फिर बोतल की गर्दन के पास एक छोटा से छेद कर दो जहां से बीन्स प्रवेश करेंगी।
2. कागज़ को रोल करके टाइट ट्यूब में डाल दो; यह आपके स्क्रू की केन्द्रीय शाफ्ट होगी।
3. गोल टेम्पलेटस में से प्रिंट व कट कर लें या कार्ड स्टॉक में से अपने सर्किल ट्रेस व कट कर लें। यह सर्किल स्क्रू शेप बनायेंगे।
4. हर सर्किल को सिरे से उसके केंद्र तक काट दें, और फिर एक-एक करके उन्हें पेपर ट्यूब के ऊपर टेप कर दें। हर सर्किल का अंत अगले सर्किल से इस तरह जोड़ दें कि स्पाइरल बन जाये।
5. अब अपने स्क्रू को पानी की बोतल के अंदर डाल दें, यह सुनिश्चित करते हुए कि वह आसानी से घूम रहा है। अगर वह सही से फिट नहीं हुआ है तो सर्कल्स का साइज़ दुरुस्त कर दें।
6. ट्यूब के अंत को बीन्स से भरी कटोरी में डाल दें। यह सुनिश्चित करें कि बोतल की गर्दन में जो आपने छेद किया था उसमें बीन्स आसानी से प्रवेश कर रही हैं।
7. स्क्रू को ट्विस्ट करें और देखें कि क्या हो रहा है। उपकरण के घूमने से बीन्स धीरे-धीरे स्पाइरल के ऊपर उठने लगती हैं और बोतल के ऊपर पहुंचकर उससे बाहर निकल जाती हैं।
आर्कमिडीज स्क्रू के सिलसिले में आप यह बात ध्यान में रखें कि पाइप या बोतल की चौड़ाई से बड़ा अंतर पड़ता है। ट्यूब का डायामीटर बड़ा होगा तो उसके अंदर अधिक मटेरियल आ सकेगा, जिससे आप स्क्रू के हर टर्न के साथ अधिक मटेरियल मूव कर सकेंगे। लेकिन बड़ी डायामीटर का का अर्थ है कि आपको बड़ा स्क्रू बनाना होगा, जिसे घुमाने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ेगी।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर