स्टेच्यू ऑफ  लिबर्टी का मालिक कौन है?

दीदी, स्टेच्यू ऑफ  लिबर्टी तो अमेरिका में है न?
हां, अमेरिका के न्यूयॉर्क हार्बर में है। लेकिन आज़ादी का प्रतीक इस स्टेच्यू के बारे में एक अजीब बात यह है कि इसके साथ पैसों की समस्याओं को लेकर एक इतिहास जुड़ा हुआ है।
क्यों? क्या इसका मालिक अमेरिका के अलावा कोई और है?
यह प्रॉपर्टी तो यूएसए सरकार यानी अमेरिका की ही है।
तो फिर?
इसे 1924 में ही राष्ट्रीय स्मारक बनाया गया। इसकी देखभाल की जिम्मेदारी अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ  इंटीरियर के तहत नेशनल पार्क सर्विस की है।
जब इसमें कोई उलझन नहीं है तो पैसों को लेकर क्या समस्याएं रहीं?
स्टेच्यू ऑफ  लिबर्टी का आईडिया फ्रें च इतिहासकार एडवर्ड डे लाबौलय ने 1865 में दिया था। इसे फ्रें च लोगों की तरफ से अमेरिका के लिए उपहार होना था।
किस उपलक्ष्य में?
अमेरिका की स्वतंत्रता की यादगार के तौर पर और अमेरिका व फ ्रांस के बीच दोस्ती के प्रतीक के रूप में।
तो स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी को फ्रांस ने बनाकर दिया?
स्टेच्यू बनाने के लिए पैसा बनाने की आवश्यकता थी, इसलिए 1875 में फ्रं को-अमेरिका यूनियन का गठन किया गया। स्टेच्यू को टुकड़ों टुकड़ों में फ्रांस में बनाया गया और 1885 में इसे 214 बॉक्स में अमेरिका तक शिप के जरिये भेजा गया।
फिर क्या हुआ?
स्टेच्यू के लिए पेडस्टल बनाने हेतु पैसे की जरूरत थी, जिसके लिए अमेरिकन फ ण्ड-रेजिंग कमेटी का गठन किया गया, लेकिन 1884 में पेडस्टल का काम रोक देना पड़ा क्योंकि पर्याप्त चंदा एकत्र नहीं किया जा सका था।लेकिन तब तक तो स्टेचू आयी भी नहीं थी।हां, दरअसल, न्यूयॉर्क में स्टेच्यू आने के दो माह बाद आवश्यक पैसा आखिरकार एकत्र किया गया और काम पूरा हुआ। राष्ट्रपति ग्रोवर क्लीवलैंड ने 28 अक्टूबर 1886 को स्टेच्यू राष्ट्र के नाम समर्पित की, जो अब लिबर्टी द्वीप पर है, जहां मेनहट्टन से पहुंचने के लिए नाव के जरिये जाना पड़ता है।

-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर