हरियाणा विधानसभा चुनाव भाजपा कैंप में टिकट पाने वालों की सबसे ज्यादा भीड़

चंडीगढ़, 15 सितम्बर (राम सिंह बराड़ ) : हरियाणा विधानसभा के आगामी चुनाव के लिए भाजपा में टिकटों के लिए सबसे ज्यादा मारामारी शुरू हो गई है। इन दिनों भाजपा नेताओं के यहां सबसे ज्यादा टिकटार्थियों की भीड़ नज़र आने लगी है। भाजपा अगले कुछ दिनों में उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करने वाली है। भाजपा सूत्रों के अनुसार पिछले चुनाव में भाजपा टिकट पर विधायक बने करीब एक दर्जन विधायकों की टिकट कटने, दो दर्जन के करीब नए चेहरों के टिकट मिलने और भाजपा की सूची में एक दर्जन युवाओं व एक दर्जन से ज्यादा महिला उम्मीदवारों के नाम भी शामिल किए जा सकते हैं। इस बार विपक्ष बंटा हुआ होने के कारण भाजपा कुछ बेहतर स्थिति में महसूस कर रही है और इस बार 90 में से 75 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा भी कर रही है। इसलिए भाजपा टिकट के लिए सबसे ज्यादा दावेदार सामने आने लगे हैं। इनमें से कुछ टिकटार्थी भाजपा की केंद्रीय नेताओं, कुछेक मुख्यमंत्री के यहां और कुछेक आरएसएस के प्रभावशाली लोगों के यहां टिकट के लिए दस्तक देने में लगे हुए हैं। पिछली बार इनेलो, बसपा व निर्दलीय जीतकर आए अनेक निवर्तमान विधायक भाजपा में शामिल होकर भाजपा टिकट के लिए दावेदारी जता रहे हैं। इनमें से कुछेक उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्हें भाजपा आलाकमान टिकट देने का मन बनाए हुए है और उन निवर्तमान विधायकों के हल्काें में भाजपा के पास चुनाव जीतने वाले कोई बड़े चेहरे भी नहीं हैं। भाजपा सूत्रों के अनुसार पार्टी नेतृत्व भाजपा के चार दर्जन विधायकों में से करीब 3 दर्जन विधायकों को टिकट देने के मुड़ में है। इसके अलावा इनेलो से भाजपा में शामिल हुए नलवा के विधायक रहे रणबीर गंगवा, हथीन से विधायक रहे केहर सिंह रावत, नूंह से विधायक रहे जाकिर हुसैन, फिरोजपुर झिरका से विधायक रहे नसीम अहमद, जुलाना से 10 साल तक विधायक रहे परमिंदर ढुल और रतिया से विधायक रहे प्रो. रविंद्र सिंह बलियाला को भाजपा नेतृत्व पहली सूची में ही टिकटें देने का मन बना रहा है। भाजपा सूत्रों ने यह भी बताया कि जिन विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित नज़र आ रही है, उन हल्कों में आरएसएस व भाजपा की पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता मिलेगी। दूसरी प्राथमिकता जीत हासिल करने की स्थिति वाले गैर विवादित व जातीय समीकरणों में फिट बैठने वाले उम्मीदवारों को मिलेगी। भाजपा इस बार विवादों में रहे नेताओं को सिर्फ उसी हाल में टिकट देगी जहां उनके अलावा कोई दूसरा चुनाव जीतने की संभावना वाला उम्मीदवार नज़र नहीं आएगा।