छब्बीस जनवरी

चरणों में रहते हम तेरे छब्बीस जनवरी,
सौ-सौ नमन करें तुझे छब्बीस जनवरी।
तुम ने हैं बख्शी हम को आज़ादी की जन्नतें,
तू आई जल उठे दीये छब्बीस जनवरी।
भारत के जिस्म में बसी यह खून की तरह,
दिल में हर एक के बसे छब्बीस जनवरी।
गाते बगीचे-ब़ाग हैं सारी फिज़ायें खुश,
मिल कर रहें सभी कहे छब्बीस जनवरी।
राहें नयी सफलता की खुलती हैं रोज़ ही,
है सब तेरी दुआ से ये छब्बीस जनवरी।
तेरे आशीर्वाद से खुशहाल हैं सभी,
आगे तमामजन बढ़े छब्बीस जनवरी।
भारत न भूल पायेगा एहसान को तेरे,
संविधान दे दिये नये छब्बीस जनवरी।
रंगे हैं नये रंग में महिला-पुरुष सभी,
कूचे-गली हरे-भरे छब्बीस जनवरी।

-मो. 9465280779