पंजाब में हज़ारों अध्यापक बेरोज़गार, 25 हज़ार अध्यापक सेवानिवृत्त होने के बाद भी एक्सटैंशन पर

संगरूर, 12 अक्तूबर (धीरज पशौरिया): पंजाब में इस समय 50 हज़ार के करीब टैट पास ईटीटी व बी. एड अध्यापक रोज़गार की प्राप्ति के लिए सड़काें पर धरने प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हैं और कई बार तो पुलिस की लाठियां भी खा चुके हैं परंतु इसके बावजूद राज्य के सरकारी स्कूलों में 25 हज़ार के करीब अध्यापक सेवानिवृत्त होने के बावजूद वृद्धि पर चल रहे हैं।  इस संबंधी अध्यापक दल के संरक्षक तेजिंदर सिंह संघरेड़ी व वरिष्ठ उपाध्यक्ष गुरजंट सिंह बालिया का कहना है कि वह शुरू से ही चल रहे इस व्यवहार का विरोध कर रहे हैं। इन अध्यापक नेताओं का कहना है कि नियमों के अनुसार सेवानिवृत्त होने वाले अध्यापकों को सरकार तुरत बनते बकाये देकर विदा करना चाहिए परंतु सरकार इन अदायगियों से बचने के लिए सेवाकाल में वृद्धि के मार्ग पर पड़ी हुई है। सरकार द्वारा बनाए नियमों के अनुसार हर अध्यापक सेवाकाल पूरा होने पर इच्छा के अनुसार 2 वर्ष की वृद्धि ले सकता है परंतु यह व्यवहार बेरोज़गार अध्यापकों को रोज़गार मिलने में तो गतिरोध बनता ही है, सेवाएं निभा रहे अध्यापकों की तरक्की में भी बाधा बनता है।  इसी दौरान टैट पास बेरोज़गार बी. एड अध्यापक यूनियन के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह ढिलवां व टैट पास ईटीटी अध्यापक यूनियन के अध्यक्ष दीपक कम्बोज ने कहा कि सरकार सेवानिवृत्त हुए अध्यापकों के सेवाकाल में की वृद्धि हो तुरंत वापस लेकर बेरोज़गार अध्यापकों को रोज़गार दे।