डेनमार्क बैडमिंटन ओपन का लेखा-जोखा भारत की सीमित भागीदारी, लक्ष्य, श्रीकांत ने किया निराश

भारत के खेल प्रेमियों के लिए बड़ी खुशी का समय आया जब विश्व में लगभग सात महीनों के बाद डैनमार्क ओपन बैडमिंटन का खेल पुन: शुरू किया गया। परन्तु जब उनको यह पता चला कि इसमें विश्व के सर्वोत्तम खिलाड़ी भाग नहीं ले रहे तो उनका उत्साह कुछ हद तक ठंडा हो गया। विश्व में किसी समय नम्बर एक रही और ओलम्पिक में कांस्य पदक जीतने वाली सायना ने इस डेनमार्क टूर्नामैंट में भाग नहीं लेने का फैसला किया। इसी तरह ओलम्पिक में भारत के लिए पहला रजत पदक जीतने वाली पी.वी. सिंधू ने भी इसमें शामिल नहीं होने का निश्चय किया। भारत के खेल प्रेमी भी इस बात से निराश हो गए कि विश्व का सर्वोत्तम खिलाड़ी जापान का मोमोतो भी इस महत्वपूर्ण टूर्नामैंट में से अपना नाम वापस लेने का इरादा बता कर इससे पीछे हट गया। हमारे खेल प्रेमियों को कुछ इस बात से राहत मिली कि हमारे कुछ दिग्गज खिलाड़ी केदांबी श्रीकांत, लक्ष्य तथा दिवाकर यह टूर्नामैंट खेल रहे हैं। अपने ही देश के साथ मैच होने के कारण एक खिलाड़ी को बाहर होना पड़ा। देश के लिए यह अच्छी बात रही कि हमारे प्रतिभाशाली लक्ष्य ने पुरुष सिंगल्ज़ में अपने शुरुआती मैच जीत कर क्वार्टर फाइनल में जाने का रास्ता साफ किया। लक्ष्य ने इस खेल का आरंभ फ्रांस के क्रिस्टपोव को 21-7,21-15 से हरा कर सिर्फ 36 मिनटों में ही सीधे सैटों में मैच जीत लिया, जिस ढंग से लक्ष्य ने यह मैच जीता और वह उसके जीवन की मुख्य घटनाओं से जुड़ गईं और इससे खेल प्रेमियों की उम्मीद और भी मज़बूत हो गई कि वह इस टूर्नामैंट में फाइनल तक पहुंच सकता है। हमारे पुरुष खिलाड़ी श्रीकांत ने अपना आरंभिक मैच जीत कर भारत को इतने लम्बे समय के बाद प्री-क्वार्टरफाइनल में प्रवेश करवाया। इस बहुत ही प्रतिष्ठित टूर्नामैंट में हमारे प्रतिभाशाली खिलाड़ी श्रीकांत जो किसी समय विश्व का नम्बर एक रहा है, ने इंग्लैंड के टोबी को सीधे सैटों में हराया। यह मैच कोई 36 मिनट में समाप्त हो गया और इंग्लैंड के खिलाड़ी के पास श्रीकांत के ताकतवर शाट्स का कोई जवाब नहीं था। पहले मैच में इंग्लैंड का खिलाड़ी सिर्फ 12 अंक ही हासिल कर सका। दूसरे खेल में इंग्लैंड के कोच की हिदायतों के अनुसार इंग्लैंड का खिलाड़ी खेलने लग पड़ा और मैच  संघर्षपूर्ण हो सकता था। परन्तु इस समय श्रीकांत ने अपने अनुभव से काम लिया और मैच को 21-18 पर ही समाप्त  कर दिया। उसने इस डैनमार्क टूर्नामैंट में कनाडा के जोसन को सीधे सैटों में हराया। केदांबी श्रीकांत ने दोनों सैट एक तरह की खेल शैली के साथ खेलते हुए जीते।