यूं घट सकता है आपका वज़न

बहुत बार ऐसा होता है कि हम प्रयास करके भी वजन घटाने में असफल रहते हैं। कहीं आप गलत प्रकार का आहार तो नहीं ले रहे हैं। स्थायी रूप से वजन कम करना केवल आहार कम करने से संभव नहीं है। इस हेतु हमें आवश्यकता है एक ऐसी आहार योजना की जिस पर हम सारा जीवन चल सकें।  इस आहार योजना में वसा, शक्कर एवं प्रोटीन व नमक की मात्र घटाकर हम न केवल स्थायी रूप से वजन कम कर सकते हैं बल्कि हृदय रोग, कैंसर, उच्च रक्तचाप का खतरा भी दूर रख सकते हैं। आइए देखते हैं यह आहार योजना क्या है। 
प्रोटीन सीमित लें: एक आम आदमी को दिन में लगभग 55 ग्राम प्रोटीन की आवश्यकता होती है किंतु मांसाहारी लोग लगभग 200 से 250 ग्राम प्रोटीन नित्य ले लेते हैं। मुर्गे, मांस और मछली में प्रोटीन व वसा काफी मात्रा में होती है। अच्छा प्रोटीन प्राप्त करने हेतु आप मूंगफली, या सोया को किसी भी अनाज के साथ ले सकते हैं। दाल के साथ चावल लिए जा सकते हैं या गेहूं और सोयाबीन मिश्रित आटे से बनी रोटी खायी जा सकती है। इसके अतिरिक्त दलिया और पनीर भी प्रोटीन के अच्छे ॅत हैं।
जटिल कार्बोहाइड्रेट लें:- आम तौर पर वजन घटाने के लिए हम लोग रोटी, चावल या आलू से बने खाद्य पदार्थ कम कर देते हैं और भुना मांस, सलाद, पनीर, फल, आदि मिश्रित आहार लेने लगते हैं अर्थात् अधिक प्रोटीनयुक्त मांसाहार और कम कैलोरी वाले फल, सब्जियों का मिश्रित आहार लेना प्रारंभ कर देते हैं। अध्ययनों से पता चला है कि ऐसा प्रोटीन और कम कार्बोहाइड्रेट वाला आहार खाने से हमारा मोटापा तेजी से बढ़ता है जबकि गेहूं, चावल व जई जैसे अनाज खाना बेहतर रहता है। वे भूख को तृप्त भी करते हैं और कम कैलोरी देते हैं। विशेषज्ञों का कहना तो यहां तक है कि आप जो कुछ भी खाते हैं उसके अतिरिक्त एक दिन में डबलरोटी के 1.2 स्लाइस भी खाएं किंतु तले हुए खाद्य पदार्थ और शराब बिल्कुल बंद कर दें। आप देखेंगे कि आपका वजन इससे कम होने लगा है। 
वसा कम खायें:- हमारे शरीर को प्रतिदिन 2-3 चम्मच तेल की आवश्यकता होती है किंतु हम प्राय: इससे बहुत अधिक वसा खाते हैं। भारतीय भोजन में तेलों का बहुत अधिक प्रयोग किया जाता है और कई लोग तले हुए पदार्थ और मक्खन भी खुलकर खाते हैं। इस पर सख्त अंकुश लगाने की आवश्यकता है। किसी भी हालत में उक्त मात्र से अधिक वसा न खाएं। 
चीनी व नमक कम करें:- मिठाई एक बार खाना शुरू करें तो दिल करता है कि खाते ही जाएं। यही हाल नमकीन पदार्थों का भी होता है। भोजन में नमक कम करके उसके स्थान पर लहसुन, प्याज हरी मिर्च, सिरका, नींबू आदि का प्रयोग करें तो नमक की कमी नहीं अखरेगी। चीनी जहां शरीर को अतिरिक्त कैलोरी देती है वहीं नमक रक्तचाप तो बढ़ाता ही है, शरीर में द्रव्य पदार्थों की मात्रा बढ़ाकर वजन बढ़ाने में सहयोग देता है।  इस प्रकार की आहार प्रणाली आपको वजन संतुलित रखने में सहायता तो देगी ही, कुपोषण से होने वाली हानियों से भी बचाएगी। आप इस आहार योजना का लाभ किसी भी उम्र में उठा सकते हैं किंतु युवावस्था में डाली गई आदतें सदा साथ चलती हैं।

(स्वास्थ्य दर्पण)