कनाडा की राजधानी में राजनीतिक गतिविधियां शिखरों पर

टोरांटो, 15 नवम्बर (सतपाल सिंह जौहल) : कनाडा की 43वीं संसद के 338 सदस्यों का चुनाव गत 21 अक्तूबर को देश के वोटरों ने किया था जिसके बाद प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अपनी अल्पसंख्यक सरकार के गठन के लिए लगातार प्रयासरत है। नए चुने गए सांसद के सिस्टम को समझने के प्रयास में है तथा अपने कार्यालयों की रूपरेखा तैयार कर रहे हैं। ट्रूडो की लिबरल पार्टी को देश भर में 157 सीटों की जीत हासिल हुई थी परन्तु ससकाचवान व अलबर्टा में से एक भी सीट नहीं मिली। ऐसे में मंत्रिमंडल के गठन के लिए उनको विशेष चुनौती दरपेश है तथा अलबर्टा व ससकाचवान के मुख्यमंत्रियों की बागी अंदाज़ में विरोधी सुरें भी ऊंची होती जा रही हैं। इसी दौरान ट्रूडो द्वारा विरोधी कंज़रवेटिव पार्टी के नेता एंड्रियू शीयर, ब्लाक क्यूबक के इवेस फ्रांसुआ बलांशे व न्यू डैमोक्रेटिक पार्टी (एन.डी.पी.) के नेता जगमीत सिंह से भेंटवार्ता कर ली गई हैं। एक तरफ ट्रूडो के स्टाफ द्वारा 20 नवम्बर को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले कैबिनेट मंत्रियों की लिस्ट को अंतिम रूप दिया जा रहा है परन्तु इसके साथ ही नई संसद के 5 दिसम्बर को शुरू होने वाले शीत ऋतु अधिवेशन की तैयारियां भी ज़ोरों पर हैं जो स्पीकर के चुनाव से आरंभ होगा। कुल मिलाकर कनाडा की राजधानी उटावा में इन दिनों राजनीतिक गतिविधियां शिखरों पर हैं। 
ट्रूडो ने गत कल कहा कि वह विरोधी पार्टियों के सहयोग से सरकार चलाना चाहते हैं जबकि शीयर ने कहा कि सहयोग लेने वाले आधार तैयार करना ट्रूडो की ज़िम्मेवारी है। ब्लाक क्यूबक के नेता फ्रांसुअ बलांशे द्वारा लिबरल पार्टी की सरकार का अनावश्यक विरोध न करने के बयान के बाद राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रूडो की अल्पसंख्यक सरकार को निकट भविष्य में कोई खतरा नहीं होगा क्योंकि एक भी विरोधी पार्टी एकदम सरकार भंग करवाकर अभी चुनावों में कूदने की स्थिति में नहीं है। एन.डी.पी. के नेता जगमीत सिंह के ताज़ा बयान अनुसार वह ट्रूडो सरकार के थरोन स्पीच (एजैंडे) की आंखें मीट ने समर्थन नहीं किया जाएगा परन्तु पता किया जाएगा कि उसमें कनाडा के लोगों के लिए क्या है।