अदालतों से बाहर न्याय सही नहीं पर पुलिस को बचाव का पूरा अधिकार है : कैप्टन

नई दिल्ली, 7 दिसम्बर (अ.स.): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने शनिवार को  कहा है कि वह चाहे पुलिस द्वारा अपने पर हमले की स्थिति में गोली चलाने के पक्ष में है परन्तु वह अदालतों से बाहर जाकर न्याय देने के विरुद्ध है क्योंकि यह देश की संवैधानिक भावना के उलट है। इसके साथ ही उन्होंने नागरिकता संशोधन बिल का विरोध करते हुए कहा कि वह इसको राज्य की विधानसभा में पास होने नहीं देंगे। नई दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल के साथ शिरकत दौरान कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने तेलंगाना में दुष्कर्म के दोषियों को मारने की घटना के संदर्भ में बोलते हुए कहा कि यदि पुलिस वालों पर दोषियों द्वारा हमला किया गया तो की गई कार्रवाई जायज़ है। उन्होंने हालांकि यह बात स्पष्ट की कि एनकाऊंटर जैसी कोई बात नहीं थी। उन्होंने अपने राज्य बारे बात करते हुए कहा कि पुलिस इस मुद्दे पर पूरी तरह स्पष्ट है कि आतंकवादियों, गुंडों/गैंगस्टरों को हथियारों का आत्म समर्पण करने के लिए कहा जाता है नहीं तो परिणाम भुगतने पड़ते हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर का ज़ोरदार विरोध करते हुए कहा कि यह भारत की लोकतंत्रीय भावना के विरुद्ध जोकि एक आज़ाद देश है। जब उनको पूछा गया कि केन्द्र के कानून बनाने के बाद इस समस्या से पंजाब कैसे टाकरा करेगा तो उन्होंने कहा, प्रस्तावित नागरिकता संशोधन बिल को संसद द्वारा पास होने पर हमारी विधानसभा में आने दो, वहां हमारे पास दो-तिहाई बहुमत है। कैप्टन अमरेन्द्र सिंह व बघेल दोनों ने कहा कि कांग्रेस पार्टी राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर का विरोध करती है जोकि लोगों को देश छोड़ने के लिए मजबूर करने के लिए हथियार के रूप में प्रयोग किया जा रहा।