पैदा हुए चिन्ताजनक हालात


प्रदेश में दिन-प्रतिदिन आपराधिक घटनाओं में होती वृद्धि से जन-साधारण में चिन्ता बढ़ने लगी है। बड़े दुकानदार, व्यापारी तथा कारोबारी स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। इसका कारण गैंगस्टरों के गिरोहों द्वारा दी जाने वाली धमकियों का दिन-प्रतिदिन बढ़ते जाना है। गैंगस्टर दहशत पैदा करने के लिए कभी भी, कहीं भी गोलियां चलाने लगे हैं। उनके हौसले इतने बढ़ गए हैं कि उनके भीतर पुलिस का डर खत्म हो गया प्रतीत होता है। वह किसी भी व्यक्ति को चुन कर निशाना बनाते हैं तथा धमकियों का सिलसिला शुरू हो जाता है और वह तब तक पीछा नहीं छोड़ते जब तक उनका निर्धारित लक्ष्य पूरा नहीं हो जाता। यदि कोई इस संबंध में आनाकानी करता है तो उस में दहशत पैदा करने का हर हथकंडा अपनाया जाता है। कईयों के घरों के सामने तो किसी भी समय गोलियां तक चलाई जाती हैं। चाहे ऐसा सिलसिला पिछली लम्बी अवधि से जारी है परन्तु गायक सिद्धू मूसेवाला को सरेआम गोलियां मारने के बाद यह कम नहीं हुआ, अपितु और भी अधिक बढ़ता प्रतीत हो  रहा है।
 विगत दिवस नकोदर में घटित घटना ने तो एक बार फिर डर और ़खौफ के फैलते साये बड़े कर दिये हैं। भूपिन्दर सिंह उर्फ टिम्मी चावला को पिछली लम्बी अवधि से फिरौती के लिए धमकियां दी जा रही थीं। कुछ महीने पूर्व उसके घर पर भी हमला किया गया था तथा एक पर्चा फैंक कर उसे धमकाया गया था तथा कहा गया था कि यदि वह पैसे नहीं देगा तो वह मरने के लिए तैयार रहे। वर्ष भर पहले भी उससे फोन कर पैसों की मांग की गई थी जिस कारण उसने पुलिस के पास शिकायत भी की थी। पहले तो उसके पीछे पड़ा बदमाशों का यह गिरोह 20 लाख फिरौती देने की मांग कर रहा था परन्तु पुलिस के पास शिकायत देने के बाद उन्होंने उसकी फिरौती की राशि 10 लाख और भाव 30 लाख कर दी थी। ऐसी स्थिति में पुलिस ने उसकी सुरक्षा के लिए हथियारबंद दो पुलिस कर्मचारी भी तैनात किए थे। परन्तु ब़ेखौफ गैंगस्टर और भी उग्र होकर उसके पीछे लग गये थे। विगत दिनों टिम्मी चावला तथा उसके सुरक्षा कर्मीं पर कुछ गैंगस्टरों द्वारा गोलियों की बौछार की गई, जिसमें उसकी मौत हो गई तथा कुछ दिनों बाद उसके अंगरक्षक ने भी दम तोड़ दिया। इससे समूचा माहौल और भी ़गमगीन और दहशत भरा हो गया है। बड़ी चिन्ताजनक बात यह है कि व्यापारियों को धमकियां देने का यह सिलसिला और भी तेज़ हो गया है तथा इसका दायरा समूचे प्रदेश में फैल चुका है। विगत दिवस तरनतारन तथा मोगा ज़िलों में ये समाचार मिले हैं कि फिरौती के संबंध में ही कई लोगों के घरों पर गोलियां चलाई गई थीं।
समाचारों के अनुसार लुधियाना ज़िले में यह सिलसिला अधिक तेज़ हो चुका है। शहर के व्यापारियों को लगातार धमकियां मिल रही हैं तथा फिरौतियों की मांग की जा रही है। विगत 6 मास में 60 के लगभग फिरौती मांगने के मामले दर्ज किये गये हैं। अकेले लुधियाना शहर में ही पिछले कुछ दिनों में लगभग 35 व्यापारियों को गैंगस्टरों द्वारा धमकियां मिली हैं जिसके संबंध में कुछ मामले भी दर्ज किये गये हैं। चाहे इस संबंध में प्रशासन द्वारा अधिक सतर्कता अपनाई जाने लगी है तथा कुछेक लोगों को भी इस संबंध में सुरक्षा भी मुहैया करवाई गई है परन्तु ये जो हालात बनते जा रहे हैं, उन्हें देखते हुए यह गम्भीर मामला शीघ्र  हल होने वाला प्रतीत नहीं होता। पंजाब पहले ही अनेक तरह की मुश्किलों में फंसा हुआ है। ऐसी स्थिति में उद्योग तथा व्यापार बड़ी सीमा तक प्रभावित होने लगे हैं। नि:सन्देह सरकार तथा प्रशासन के लिए यह एक बड़ी चुनौती है, जिसका प्रत्येक पक्ष से मुकाबला किया जाना ज़रूरी है। इस स्थिति के लिए कोई प्रभावशाली योजना बनाये जाने की ज़रूरत है, जिससे बेकाबू हुए इन आपराधिक तत्वों पर नकेल डाली जा सके। लोगों का भी ऐसा तत्वों को निरुत्साहित करने के लिए प्रशासन की सहायता हेतु आगे आना ज़रूरी है। ऐसे सहयोग से ही ऐसे अपराधियों को निरुत्साहित किया जा सकेगा।
—बरजिन्दर सिंह हमदर्द