एशिया के सबसे ऊंचे गांव कोमिक में हॉफ  मैराथन का रिकॉर्ड

कुल्लू, 25 अगस्त (श्याम कुल्वी) : स्वच्छता अभियान के तहत जनजातीय ज़िला लाहौल-स्पीति में पहली बार एशिया के सबसे ऊंचे गांव में हॉफ  मैराथन आयोजित करने का रिकॉर्ड दर्ज किया गया है। काजा प्रशासन ने कोमिक गांव में लादरचा मेले के तहत हॉफ  मैराथन करवाने का फैसला किया था। इस मैराथन में 173 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था, जबकि 169 प्रतिभागियों ने दौड़ पूरी की। मैराथन को एसडीएम काजा जीवन सिंह नेगी ने हरी झंडी देकर रवाना किया, जबकि विजेताओं को पुरस्कार भी एसडीएम ने ही दिए। काजा खंड विकास अधिकारी जीसी पाठक ने बताया कि पुरुष वर्ग में सोनम टाकपा, जोकि डेम्यूल गांव से सम्बन्ध रखते हैं ने  प्रथम स्थान हासिल किया। 21.1 किलोमीटर की दूरी सोनम ने एक घंटे 58 मिनट में पूरी की, जबकि लादरचा गांव के दोर्जे संदीप ने दूसरा स्थान हासिल किया। वहीं महिला वर्ग में काजा की छेरिग पॉलजोंम ने प्रथम स्थान हासिल किया, जबकि पद्मा डेंगमो ने दूसरा स्थान पर जगह बनाई। एसडीएम काजा जीवन सिंह नेगी ने बताया कि हॉफ  मैराथन का आयोजन सफ लता पूर्वक तरीके से सम्पन्न हुआ है। मैराथन  4538 मीटर से 4700 मीटर की ऊंचाई पर हुई है। कौमिक गांव से मैराथन शुरू हुई, जबकि इसका समापन डेम्यूल गांव में हुआ। इस मैराथन के माध्यम से स्वच्छता के प्रति जागरूक करने का संदेश दिया गया है। इस तरह की दौड़ कभी इतनी ऊंचाई पर आज तक नहीं हुई है। लोगों को अपने दैनिक जीवन में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए। 
एशिया बुक ऑफ  रिकार्ड में दर्ज
एशिया के सबसे ऊंचे गांव में 21 किलोमीटर की हॉफ  मैराथन करवाने का रिकॉर्ड  एशिया बुक में दर्ज हो चुका है। एशिया बुक ऑफ  रिकॉर्ड की टीम इस दौड़ के दौरान विशेष तौर पर मौजूद रही।