पंजाब सरकार की बेरुखी के कारण पंजाब हुनर विकास मिशन का अस्तित्व खतरे में

लुधियाना, 21 नवम्बर (पुनीत बावा) : केन्द्र सरकार द्वारा चलाई गई इंडिया मुहिम की तर्ज पर पंजाब सरकार द्वारा शुरू किया गया पंजाब हुनर विकास मिशन का सरकार की बेरुखी के कारण उसका अस्तित्व खतरे में है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पंजाब सरकार द्वारा पंजाब हुनर विकास केन्द्र खोले गए हैं, जिनको सरकार द्वारा 300 से 400 घंटे हुनर विकास कोर्स करवाने के लिए 30 से 40 रुपए प्रति घंटा के हिसाब से 7 से 10 हज़ार रुपए फंड हुनर विकास केन्द्रों के प्रबंधकों को जारी करने होते हैं। सरकार ने उद्योगों को फंड जारी करने की जगह पर कई रुकावटें डाल कर मुंह मोड़ा है। सरकार से मंजूरी लेने के बाद हुनर विकास केन्द्र कोई कोर्स शुरू करते है, पर हुनर विकास केन्द्रों को कभी पेपर लेने, कभी नतीजा देने में टाल मटोल किया जा रहा है, जिस कारण हुनर विकास केन्द्रों के सरकार द्वारा फंड फंसे हुए है।
सरकार द्वारा जो पहले हुनर विकास केन्द्रों को एसैसमैंट कम्प्यूटर की फीस अदा की जाती थी, उस फीस को भी देने से सकरार ने हाथ खड़े करके हुनर विकास केन्द्रों के प्रबंधकों को यह फीस अपने पास से देने के लिए कह दिया है। हुनर विकास केन्द्र के प्रबंधकों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि वह पहले 10वीं व 12वीं पास विद्यार्थियों को जागरूक करके व समझा कर हूनर विकास केन्द्रों में लेकर आते हैं व उस के बाद उनको हुनरमंद करने के लिए पैसे खर्च करते हैं, पर सरकार उनको फंड जारी नहीं कर रही।