आतंकवाद दौरान ड्यूटी कर चुके रिटायर्ड होमगार्ड मुलाजिम आज रोजी-रोटी से मोहताज

आदमपुर, 22 नवम्बर (अ.स.) : पूरी ईमानदारी से पंजाब के अलग-अलग थानों में नौकरी पूरी करने उपरांत रिटायर्ड पंजाब होमगार्ड मुलाजिम आज रोज़ी रोटी को मोहताज हैं। इस संबंधी ‘अजीत समाचार’ से पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए होमगॉर्ड रिटायर्ड सवरनजीत सिंह धीरोवाल ने बताया कि पंजाब होमगार्ड के जवानों ने आतंकवाद के काले दौर के दौरान पंजाब में पंजाब पुलिस व यूपी व उत्तराखंड में भारतीय फौज के साथ कंधे से कंधा जोड़कर अपनी जान की परवाह किए बिना राज्य की अमन शांति बनाए रखने के लिए अपना अहम योगदान दिया। आतंकवादी मुकाबलों में कई होमगार्ड के नौजवान शहीद हो गए। उन्होंने कहा कि पिछले कई सालों से पंजाब पुलिस के अलग-अलग विभागों के अंदर थोड़े से वेतन पर अपनी ड्यूटी पूरी ईमानदारी के साथ निभा रहे हैं। कुछ समय पहले सरकार ने वेतन में बढ़ौत्तरी की थी पर पक्का करने की कोई कवायद नहीं की।  पलटन के कमांडर दिलबाग सिंह ने कहा कि 2016 दौरान विभाग द्वारा होमगार्ड मुलाजिमों को पक्के करने के लिए माननीय सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की व पक्के करने संबंधी नोटिफिकेशन भी जारी हुआ था। पर सरकारों ने इस को आज भी अमल में नहीं लाया। उन्होंने कहा कि 58 साल नौकरी करने के उपरांत बिना पैंशन, बिना भत्ते पर सेवा मुक्त हो घर गए मुलाजिमों के परिवारिक सदस्य भी नाराज है। रिटायर्ड मुलाजिम अब कोई काम भी नहीं कर सकते हैं दिमागी तौर पर परेशान हैं व रोटी के मोहताज है। कई प्रकार की बीमारियों के शिकार हैं व दवाई लेने के लिए भी उनके पास पैसे नहीं है। उन्होंने सरकार से अपील की है कि हमारी सेवाओं को देखते हुए पैंशन दी जाए।
 

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