किडनी फेल होने के दौर में

हम किडनी फेल होने के दौर में हैं। जी हां, गुर्दे तेजी से साथ छोड़ रहे हैं। पहले आइये जानें कि किडनी या गुर्दे क्या हैं। रीढ़ की हड्डी के दोनों सिरों पर बीन की शक्ल के दो अंग होते हैं जिन्हें हम सब किडनी या गुर्दे के नाम से जानते हैं। हमारे शरीर के रक्त का काफी बड़ा हिस्सा गुर्दों से होकर गुजरता है। गुर्दों में मौजूद लाखों नेफ्रोन नलिकाएं रक्त छानकर शुद्ध करती हैं। रक्त के अशुद्ध भाग को मूत्र के रूप में अलग भेजती हैं। अगर गुर्दे स्वस्थ न हों अर्थात वे ठीक से काम न कर रहे हों तो रक्त शुद्ध न होगा और जब रक्त शुद्ध न होगा तो हम बीमार पड़ जाएंगे और जल्दी ही मौत हो जाएगी। जब गुर्दे अपना काम ठीक से न कर पा रहे हों तो आदमी को डायलेसिस मशीन पर रखा जाता है। मशीन रक्त साफ करती है। गुर्दे खराब हो जाने की दशा में स्थाई इलाज यह होता कि आदमी के गुर्दे बदल दिए जाएं लेकिन गुर्दे बदलना आसान काम नहीं है। पहले तो गुर्दा आसानी से मिलता नहीं, मिले भी तो खर्चा लाखों में आता है। विशेषज्ञों के मुताबिक किडनी की बीमारियों का शुरूआती अवस्था में पता नहीं चल पाता, इस कारण किडनी की बीमारियों से काफी अधिक मौतें होती हैं। किडनी के लिए मधुमेह, पथरी और हाईपरटेंशन अत्यंत जोखिम भरे हैं। इनमें किडनी के मामले में हाईपरटेंशन और मधुमेह लक्षण के रूप में सामने नहीं आ पाते। जब किडनी काफी खराब हो जाती है तब पता चलता है। ऐसे में सामान्य इलाज कारगर नहीं रह पाता। तब जोखिम और जटिलता बढ़ जाती है। डायलेसिस पर कुछ समय तो आदमी को जिंदा रखा जा सकता है परंतु खर्च और परेशानियां अनंत हैं। गुर्दों की बीमारी के लिए दूषित खानपान और दूषित वातावरण मुख्य माना जाता है। दूषित मांस, मछली, अंडा, फल और भोजन तथा पानी गुर्दे की बीमारी की वजह बन सकते हैं। बढ़ते औद्योगीकरण, शहरीकरण और वाहनों के कारण पर्यावरण प्रदूषण अत्यधिक बढ़ गया है।  बहुत से लोग ऐसे हैं जिन्हें हफ्तों-महीनों घर का शुद्ध स्वच्छ भोजन नसीब नहीं होता। वे होटलों-ढाबों पर दूषित भोजन खाते हैं।  गुर्दे की बीमारी से कैसे बचा जाए? स्वच्छ खान-पान, शुद्ध वायु, प्रात:काल में सामान्य व्यायाम, तनाव से बचाव और पौष्टिक भोजन से आप ठीक रहेंगे। अगर आमदनी कम हो तो विलासिता की चीजों पर खर्चा न कर उसे बचाएं और उसे अच्छे खानपान में लगाएं। पर्याप्त नींद लें। पानी अशुद्ध होने की आशंका हो तो ठीक से उबालकर पिएं। बाजारू तैयार खाद्य, पेय पदार्थों व ढाबों इत्यादि में भोजन करने से बचें। सबसे महत्त्वपूर्ण तथ्य यह है कि हर प्रकार के संक्र मण से बचें। (स्वास्थ्य दर्पण)