धार्मिक स्वतंत्रता पर अमेरिकी 'ज्ञान' का भारत ने दिया जवाब


नई दिल्ली , 24 नवंबर - भारत ने अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के लिये अमेरिकी आयोग (USCERF) की ताजा टिप्पणियों क ‘पक्षपातपूर्ण एवं गलत तथ्यों पर आधारित’ करार दिया जिनमें यह दावा किया गया है कि इस देश (भारत) में धार्मिक स्वतंत्रता एवं उससे जुड़े मानवाधिकार खतरे में हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि इसमें तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया गया है जो पूर्वाग्रह से प्रेरित और भारत के बारे में समझ की कमी को दर्शाते हैं।इस बारे में पूछे जाने पर बागची ने कहा, ‘‘हमने यूएससीआईआरएफ की ओर से भारत को लेकर की गई पक्षपातपूर्ण और गलत टिप्पणियों को देखा है।’’ उन्होंने कहा कि टिप्पणियां भारत और इसके संवैधानिक ढांचे, इसकी बहुलता और इसके लोकतांत्रिक लोकाचार के प्रति 'समझ की गंभीर कमी' को दर्शाती हैं। प्रवक्ता ने कहा कि पिछले रिकार्ड को देखते हुए हमें यह देखकर आश्चर्य नहीं हुआ कि यूएससीआईआरएफ का पूर्वाग्रह के आधार पर प्रेरित एजेंडा जारी है जिससे उसकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़े होते हैं ।