आटा-दाल योजनाओं के भरे जा रहे फार्मों ने महिलाओं को घर का प्रमुख बनाया

माहिलपुर, 9 जून (अ.स.): पंजाब की कांग्रेस सरकार द्वारा आटा दाल योजना सहित बनाए जा रहे नीले कार्डों के स्थान पर स्मार्ट कार्डों हेतु कांग्रेस नेताओं द्वारा बांटे जा रहे फार्मों के साथ महिलाओं को भी घर का प्रमुख बनने का मौका मिल गया। प्राप्त जानकारी अनुसार पंजाब की सत्ताधारी सरकार द्वारा गांवों में बांटे जा रहे आटा दाल एवं स्मार्ट कार्डों के फार्मों में पहले ही कालम जो भरा जा रहा है, उसमें स्पष्ट किया गया है कि इस कालम में परिवार के महिला प्रमुख का नाम, उसकी पहचान पत्र का नम्बर एवं सम्पर्क नम्बर भरा जाए। उसके पश्चात परिवार के सदस्यों के नाम और उम्र भरने के लिए खाने बने हुए हैं। इन फार्मों में परिवार के सदस्यों की गिनती भरने हेतु कुल छह ही कालम हैं जबकि कई परिवारों में पारिवारिक सदस्यों की गिनती छह से ज्यादा है और उनके छह से ज्यादा सदस्यों के फार्मों में नाम दर्ज नहीं हो रहे जिस कारण उनको इस योजना का पूर्ण लाभ लेने से वंचित होना पड़ रहा है।फार्मों में महिलाओं को घर के प्रमुख बनाने से महिलाओं को अपने बैंक खाते भी खुलवाने पड़ रहे हैं यहां भी उनको बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बैंक में खाता खुलवाते समय बैंक द्वारा अपनी शर्तें अनुसार पैन कार्ड नम्बर मांगा जा रहा है और ज्यादातर महिलाएं जो योग्य हैं उनके पैन कार्ड न बने होने के कारण उनको बैंक खाता खुलवाने में दिक्कत आ रही है जिस कारण यह फार्म भरने की अंतिम तिथि से पहले कागजी और बैंक की कागजी कार्रवाई पूरी न होने की संभावना के कारण ज़रूरतमंद परिवार इस योजना का लाभ लेने से वंचित रह जाएंगे। इन फार्मों में परिवार प्रमुख के कालम में भी महिला प्रमुख हा उल्लेख किया गया है जबकि पहले बने फार्मों में घर के प्रमुख के कालम के रूप में पुरुष सदस्य होता था। इन फार्मों के अंत में हस्ताक्षर भी घर की महिला प्रमुख के ही मांगे गए हैं।