अगवा बताई जा रही महक कुमारी अदालत में पेश

अमृतसर, 21 जनवरी (सुरिंदर कोछड़): पाकिस्तान के प्रांत सिंध के ज़िला जैकबाबाद मेें कथित तौर पर अगवा की बताई जा रही महक कुमारी (14) पुत्री विजय कुमार को जैकबाबाद पुलिस ने एक अनजान ठिकाने से काबू कर अदालत में पेश किया। उसने जज के सामने स्वीकार किया कि उसने बिना किसी के दबाव में स्वैच्छा से दरगाह अरमूह शरीफ में इस्लाम कबूल करने के बाद अली रज़ा माची (28) पुत्र गुलाब माची के साथ निकाह किया है। आज जैकबाबाद पुलिस कथित अगवाकार अली रज़ा को हिरासत में लेकर अदालत में हाज़िर करने में नाकाम रही, जिस कारण अदालत ने सुनवाई कल तक के लिए स्थगित कर दी। सम्भावना जताई जा रही है कि श्री ननकाना साहिब की जगजीत कौर की तरह महक कुमारी उर्फ नानकी कुमारी उर्फ अलीज़ा को कल अदालती कार्रवाई के बाद दारूल अमान (शैल्टर होम) में भेज दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि आज मामले की सुनवाई के दौरान महक कुमारी के वकील ने जहां उसके धर्म परिवर्तन व निकाहनामा के दस्तावेज़ अदालत में पेश किए, वहीं उसके पिता की ओर से उसका जन्म सर्टीफिकेट अदालत में पेश करते हुए उनके वकील ने बताया कि महक की आयु अभी मात्र 14 वर्ष है और पाकिस्तानी कानून के अनुसर 18 साल से कम आयु की लड़की का निहाह करवाना कानूनी अपराध है जिसके लिए ज़िम्मेवार अली रज़ा माची व दरगाह अरमूह शरीफ के निकाह पढ़ाने वाले काजी को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। वकील ने अदालत को यह भी बताया कि अली रज़ा का इससे पहले भी दो निकाह हो चुके हैं और उसके 4 बच्चे भी हैं।