विश्व के सबसे बड़े फुटबाल क्लब टूर्नामैंट यूएफा चैम्पियन्स लीग के नये सीज़न का समय

विश्व के सबसे बड़े फुटबाल क्लब टूर्नामैंट यूएफा चैम्पियन्स लीग के मुकाबले शुरू हैं और अन्य सभी क्लब फुटबाल मुकाबलों से इनका नज़ारा अलग ही होता है जिसमें खेलना प्रत्येक फुटबाल खिलाड़ी का सपना होता है। यूरोपीय फुटबाल संगठन ‘यूएफा’ द्वारा करवाई जाती यूएफा चैम्पियन्स लीग में प्रत्येक वर्ष विभिन्न देशों की कुल 32 क्लब टीमें एक दूसरे के देश में जाकर खेलती हैं। अपने-अपने देश की घरेलू लीग में पहले नम्बर पर आने वाली यानी उस देश की चैम्पियन टीम को इस मुकाबले में सीधा प्रवेश मिलता है। इसके अतिरिक्त प्रत्येक बड़े देश की ‘रनर-अप’ यानी दूसरे तथा तीसरे स्थान पर रहने वाली चुनिंदा टीमों को भी चैम्पियन्स लीग में खेलने का अवसर दिया जाता है। जर्मनी की ऐतिहासिक टीम बाइरन म्यूनिख इस प्रतिष्ठित मुकाबले की मौजूदा विजेता टीम है। इस प्रतिष्ठित खिताब के लिए कुल 32 टीमों को एक ड्रा द्वारा चार-चार करके आठ ग्रुपों में बांटा गया है। बात शुरू करते हैं इस बार के सबसे मुश्किल ग्रुप यानी ग्रुप ‘एच’ की जिसमें गत सीज़न की उप-विजेता टीम फ्रांस की विश्व प्रसिद्ध पी.एस.जी., इंग्लैंड से मानचैस्टर यूनाइटेड, जर्मनी की प्रतिभावान क्लब लाईपज़िग तथा तुर्की की टीम इस्तांबूल आ फंसे हैं। इस ग्रुप में कड़े मुकाबले होने की उम्मीद है परन्तु कोई दो ही अगले दौर में पहुंचेगीं। सबसे पहला ग्रुप यानी ग्रुप ‘ए’ भी मुश्किल लगता है जिसमें मौजूदा विजेता ऐतिहासिक जर्मन क्लब बाइरन म्यूनिख, स्पेन के क्लब एटलैटिको मैड्रिड के साथ-साथ आस्ट्रिया की टीम सालज़बर्ग तथा रूस की टीम लोकोमोटिव मास्को शामिल हैं। ग्रुप ‘बी’ में पूर्व विजेता टीम रीयल मैड्रिड, इटली की टीम इंटर मिलान, शाखटार (यूक्रेन) तथा जर्मनी की टीम ब्रूशिया मोचनग्लैडबैक शामिल हैं। इंग्लैंड के क्लब मानचैस्टर सिटी को ड्रा निकलने वाले दिन फिर सितारे अच्छे होने का लाभ मिला और उनके ग्रुप ‘सी’ में शेष तीनों टीमें मारसेई (फ्रांस), ओलम्पिकोस (ग्रीस) और पोरटो (पुर्तगाल) उनके मुकाबले कम ही हैं। ग्रुप ‘डी’ में इंग्लैंड के विजेता क्लब लिवरपूल के गत वर्षों की तरह फिर पेचीदा ग्रुप मिला है जिसमें उसे इटली से एटलांटा तथा हालैंड के क्लब आईजैक्स की चुनौती मिलेगी। ग्रुप ‘एफ’ में सभी टीमें एक जैसी हैं जहां जर्मनी से ब्रूशिया डार्टमंड, बैल्जियम देश का क्लब ब्रूज, इटली की टीम लाज़िओ तथा रूस के क्लब ज़ेनिट के आपस में कड़े मुकाबले होंगे जिनमें कोई भी जीत सकता है जबकि ग्रुप ‘जी’ में इटली के जूवैंट्स तथा स्पेन की टीम बार्सिलोना का मुकाबला होगा। पहले दौर यानी ग्रुप मुकाबले सितम्बर से शुरू हैं और दिसम्बर तक चलेंगे जिस दौरान पहली दो टीमें अगले दौर यानी नाक-आऊट में पहुंच जाएंगी। 
 

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