क्रूड ऑयल में सुर्खी : उत्पादक देशों की मुद्राएं बढ़ी

नई दिल्ली, 24 मार्च (एजेंसी): गत सप्ताह कच्चे तेल में गर्मी आने से प्राइवेट मुद्रा बाजारों में विदेशी मुद्राओं में रूबल अमेरिकन डॉलर व भारतीय रुपये की तुलनात्मक सुर्ख रही। डॉलर की अपेक्षा रूबल 65.22 से सुधरकर अंतिम सत्र में 65.19 प्रति डॉलर सुनी गयी। रुपये के सामने भी रूबल 1.05 से बढ़त लेकर 1.07 रुपया देखी गयी। हालांकि क्रूड ऑयल की कीमत विदेशों में अंतिम सत्र में नरम होकर बंद हुई। विदेशी मुद्राओं की अंतिम सत्र में आपूर्ति रुक जाने अर्थात् आऊटफ्लो वापस हो जाने से रुपया, अमेरिकन डॉलर की अपेक्षा 68.99 से नरम होकर 69.16 प्रति डॉलर पर सुना गया। इसी तरह यूरो मुद्रा के सापेक्ष रुपया 78.09 से फिसलकर 78.19 प्रति यूरो रह गया। आलोच्य सप्ताह भी कच्चा तेल विदेशों में बढ़त बनाये रखने से कुछ तेल उत्पादक देशों की मुद्राएं रुपया व डॉलर के सामने सुर्ख रहीं, जिसमें रूबल मुद्रा, रुपए के सापेक्ष अंतिम सत्र में 1.07 रुपये तेज सुनी गयी। इसके अलावा डॉलर के सापेक्ष भी रूबल मुद्रा मजबूत रही। बीते दिनों खबरों में ऐसा भी सुना जा रहा था कि भारत को तेल आयात में मार्च तक ईरान के साथ अनुबंध होने से कमी की संभावना रही थी तथा मार्च चल ही रहा है तथा उत्पादक देश अपनी सप्लाई में कटौती भी करेंगे, जिससे तेल उत्पादक देशों की मुद्राओं में सुर्खी बनी रहने की संभावना है। तेल की सप्लाई उत्पादक देशों में कमी की खबरें जरूर आ रही हैं, जिससे क्रूड ऑयल में गर्मी आई है।