फिल्म मेरी ज़िंदगी का हिस्सा है, मेरी पूरी ज़िंदगी नहीं : रवीना टंडन

मुंबई, 2 सितम्बर (भाषा) : नब्बे के दशक में बॉलीवुड की टॉप अभिनेत्रियों में शुमार रवीना टंडन का कहना है कि फिल्म उनके जीवन का एक हिस्सा है, पूरी जिदंगी नहीं है। अभिनेत्री फिल्मों की दुनिया में वापसी कर रही हैं। उनकी समकालीन अभिनेत्रियां-काजोल, जूही चावला, माधुरी दीक्षित फिल्मों की दुनिया में लौट चुकी हैं लेकिन रवीना टंडन का मानना है कि हर चीज का एक वक्त होता है। अभिनेत्री ने  बताया, ‘मैं जब काफी फिल्में कर रही थी तो उस समय मैंने अपना सौ फीसदी दिया था। और मेरे पास इसके बाद परिवार और अन्य चीजें करने को थी। चीजें बदलती है। मैं जिंदगी जीना चाहती थी। फिल्म मेरी जिंदगी का हिस्सा है, यह मेरी पूरी जिंदगी नहीं है।’ अभिनेत्री ने कहा कि उनके पास आराम से फिल्में चुनने का मौका था। उन्हें किसी भी फिल्म को चुन लेने की जल्दबाजी नहीं थी।      टंडन की पिछली फिल्म ‘मातृ’ 2017 में रिलीज हुई थी। उनका मानना है कि किसी भी कलाकार को समय और उम्र के हिसाब से आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा, मुझे ‘चश्मे बद्दूर’ और ‘क्या कूल हैं हम’ जैसी फिल्मों की पेशकश की गई थी लेकिन मैं उन फिल्मों को चुनूंगी जिनको लेकर मैं उत्साहित रहूंगी।’ महाराष्ट्र सरकार ने 43 वर्षीय अभिनेत्री को संजय गांधी नेशनल पार्क का ब्रांड एंबेसडर बनाया है।