रहस्यमयी बीमारी का अलर्ट, महामारी बन ले सकती है करोड़ों जानें

नई दिल्ली, 20 सितम्बर (इंट.) : दुनिया खतरे में है, एक रहस्यमयी बीमारी तेज़ी से फैल रही है। अगले दो से तीन दिनों में ये दुनियाभर में असर दिखाने लगेगी। दुनिया के जाने-माने हैल्थ एक्सपर्ट के एक पैनल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि अगर दुनिया इस खतरनाक बीमारी को लेकर अलर्ट नहीं होती है तो यह महामारी बनकर लाखों नहीं बल्कि पांच से आठ करोड़ लोगों की जान ले लेगी। सौ पहले पूरी दुनिया में 1918 में स्पेनिश फ्लू नामक की बीमारी फैली थी, जिसमें पांच करोड़ लोगाें की जान गई थी, इस बीमारी की तुलना भी उसीसे की जा रही है। गौरतलब है कि स्पेनिश फ्लू का प्रकोप तब भारत में भी महामारी बनकर आया था, जिसमें 1918 से 1920 के बीच पूरे देश में 1.8 करोड़ लागों की जान गई थी। कवि सूर्यकांत त्रिपाठी ने अपने संस्मरण में लिखा, जब मैं डालामऊ में नदी किनारे पहुंचा तो गंगा लाशों से पटी पड़ी थी। मेरे ससुराल से खबर आई कि मेरी पत्नी बीमारी का शिकार होकर गुजर गई।ये वही स्पेनिश फ्लू था, जिसने भारत में भी उन दिनों हाहाकार मचा दिया था। माना जा रहा है कि पूरी दुनिया के दरवाज़े पर वैसी ही बीमारी दस्तक दे रही है। वैज्ञानिकों और एक्सपर्ट्स ने पहले ही आगाह कर दिया था। कोई अज्ञात बीमारी विकसित हो रही है, जो लाखों लोगों की जान ले सकती है, अब माना जा रहा है कि वो बीमारी फैलने लगी है, इस बीमारी को एक खतरनाक फ्लू के तौर पर देखा जा रहा है।इस फ्लू को जो रोगाणु फैला रहे हैं, उन्हें फिलहाल डिजीज एक्स माना जा गया है, यानि अभी उसके बारे में कुछ ज्यादा मालूम ही नहीं है, लेकिन ये ज़रूर है कि ये दुनिया के लिए नया खतरा ज़रूर है। हालांकि एक्सपर्ट पैनल ने बुधवार को अपनी जो रिपोर्ट जारी की है, उसमें तो उनका कहना है कि तीन दिनों के भीतर ये बीमारी पूरी दुनिया को चपेट में ले सकती है। 
जा सकती है पांच से आठ करोड़ लोगोें की जान
रिपोर्ट का कहना है कि अगर सचेत नहीं हुए और पर्याप्त तौर पर इससे निपटने की तैयारी नहीं की तो यह पांच से आठ करोड़ लोगों की जान पूरी दुनिया में ले सकती है। बकौल इसके ये दुनिया में हैल्थ इमजैंसी जैसे हालात हैं। रिपोर्ट कहती है कि इस खतरे में हल्के में लेना कतई ठीक नहीं, क्योंकि ये खतरा वास्तविक है और दुनिया को इसकी चपेट में आना ही है।

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