RFL केस  मलविंदर सिंह, शिविंदर सिंह और तीन अन्य को 4 दिनों की कस्टडी में भेजा

नई दिल्ली, 11 अक्तूबर (उपमा डागा पारथ, एजेंसी) : दिल्ली की एक अदालत ने फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रमोटरों मालविंदर सिंह, उनके भाई शिवेंदर सिंह और तीन अन्य को चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया। इन लोगों को रेलिगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड (आरएफएल) के कोष का गबन करने और उसे 2,397 करोड़ रुपए का नुकसान पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। धन का अन्य मद में इस्तेमाल करने तथा दूसरी कंपनियों में निवेश करने के आरोपों में गिरफ्तार लोगों में रेलिगेयर एंटरप्राइजेज लिमिटेड (आरईएल) के पूर्व अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सुनील गोधवानी (58) तथा आरईएल और आरएफएल में महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके कवि अरोड़ा और अनिल सक्सेना भी शामिल हैं। दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने सभी आरोपियों को मुख्य मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट दीपक शेरावत के समक्ष पेश किया और उनका छह दिन का रिमांड मांगा। मुख्य मेट्रोपॉलिटन मैजिस्ट्रेट ने आरोपियों को चार दिन के पुलिस सिमांड पर भेज दिया। मालविंदर (46) को शुक्रवार की सुबह, जबकि शिवेंदर, गोधवानी, अरोड़ा और सक्सेना को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया गया। वहीं दिल्ली उच्च न्यायालय ने आरएफएल गबन मामले में प्राथमिकी निरस्त करने के लिए नोटिस जारी किए जाने का आग्रह करने वाली फोर्टिस हेल्थकेयर के पूर्व प्रवर्तक सिंह की याचिका पर शुक्रवार को आदेश सुरक्षित रख लिया। उन्होंने इस मामले में अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को निरस्त कराने के लिए उच्च न्यायालय से नोटिस जारी करने का आग्रह किया। न्यायमूर्ति बृजेश सेठी ने सिंह और दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) की ओर से दलीलें सुनने के बाद याचिका पर आदेश सुरक्षित रख लिया। सिंह ने शुक्रवार को अपनी गिरफ्तारी से पहले उच्च न्यायालय से संपर्क किया था।